पाकिस्तान में इमरान सरकार (Imran Government) बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. यहां हजारों स्कूल बंद पड़े हैं. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रांत सिंध में शिक्षकों की कमी के कारण दस हजार से अधिक सरकारी स्कूल बंद पड़े हैं. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, यह खुलासा सिंध के शिक्षा मंत्री सईद गनी ने किया है. उन्होंने कहा कि राज्य के करीब 49000 हजार सरकारी स्कूलों में से दस हजार से अधिक शिक्षकों की कमी के कारण काम नहीं कर रहे हैं.
तदर्थ शिक्षकों को नियमित किए जाने और बंद स्कूलों के मामले में सिंध हाईकोर्ट (High court) में दायर दो याचिकाओं पर हुई सुनवाई के बाद गनी ने संवाददाताओं से यह बात कही. उन्होंने कहा, 'सरकारी स्कूलों में 37 हजार शिक्षकों की कमी है. मेरिट के आधार पर शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने की 'लंबी प्रक्रिया' शुरू की गई है.'
इसे भी पढ़ें: इमरान के सलाहकार ने CAA पर उगला जहर, कहा- इससे मुस्लिम मताधिकार से वंचित हो सकते हैं
उन्होंने कहा कि जो स्कूल बंद हुए हैं, उनमें अधिकांश बिना किसी तैयारी के खोल दिए गए थे. इनमें से कई तो ऐसे इलाकों में खुले जहां इनकी जरूरत ही नहीं थी. हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान दो न्यायाधीशों की पीठ ने मंत्री से कहा कि वह दो हफ्ते के अंदर काम कर रहे और काम नहीं कर रहे सरकारी स्कूलों की सूची और शिक्षकों के खाली पड़े पदों की सूची अदालत में जमा करें.
बच्चे आसमान के नीचे बैठने को तैयार लेकिन...
अदालत ने कहा कि बच्चे जमीन पर बैठकर, खुले आसमान के नीचे भी पढ़ने के लिए तैयार हैं लेकिन उनके लिए कम से कम शिक्षक तो मुहैया कराएं.