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Pakistan में जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए जल्दी बंद कराए जा रहे बाजार... मंत्रीजी तो यही कह रहे

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की बाजार जल्द बंद कराने के उद्देश्य पर अजीबोगरीब टिप्पणी सुर्खियों में है. उससे भी ज्यादा इस फैसले के पीछे जिस कारण का हवाला दिया है, उसे लेकर लोग कहीं अधिक हतप्रभ हैं.

Updated on: 07 Jan 2023, 08:31 AM

highlights

  • कम बिजली के इस्तेमाल से जनसंख्या नियंत्रण का रिश्ता
  • पाक रक्षा मंत्री के बयान से सोशल मीडिया पर उबाल
  • आर्थिक दुश्वारियों से निजात पाने के लिए नए-नए कदम

इस्लामाबाद:

अपनी आर्थिक दुश्वारियों को कम करने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार ने बीते दिनों एक अहम बैठक कर ऊर्जा संरक्षण (Energy Conservation) के तहत नई नीतियां जारी की हैं. इसके तहत शॉपिंग मॉल्स, बाजार और रेस्त्रां रात को जल्द बंद कराने का आदेश दिया गया है. हालांकि इन पाबंदियों को व्यापारी वर्ग ने सिरे से खारिज कर दिया. यह अलग बात है कि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने इस निर्णय का समर्थन करते हुए जो कारण बताया है वह न सिर्फ अतार्किक है, बल्कि हास्यास्पद भी है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में ख्वाजा आसिफ को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'जहां पर 8 बजे बाजार बंद की है, वहां पर बच्चों की तादाद कम है (Population Control) पैदा होने की.'

ट्विटर यूजर्स ने रक्षा मंत्री को किया ट्रोल
रक्षा मंत्री के इस वायरल हो चुके वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'यह पाक सरकार के शोध की शानदार खोज है. यह मानवता के लिए उनका एक शानदार योगदान है. उन्हें वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में दुनिया का सर्वोच्च पुरस्कार दिया जाना चाहिए.'
एक अन्य ने टिप्पणी की, 'इस तर्क के पीछे क्या पौराणिक कथा है? चिकित्सा जगत पूरी तरह से हैरान है और उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है.' गौरतलब है कि बीते दिनों एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्री ने मीडिया को सरकार के ऊर्जा संरक्षण से जुड़े फैसले के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने कहा कि देश भर में शादी के हॉल और बाजारों के खुलने का समय क्रमशः रात 10 बजे और रात 8:30 बजे तक ही रहेगा. उन्होंने कहा, 'यह योजना न सिर्फ राष्ट्र की समग्र जीवन शैली और आदत के पैटर्न को बदल देगी, बल्कि 60 अरब पाकिस्तानी रुपये भी बचाएगी.'जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तानी व्यापारियों ने सरकार के फैसले को खारिज कर दिया और योजना को रद्द करने का आह्वान किया है.

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सात के अंत तक ई-बाइक्स पेश करेगी शहबाज सरकार
ऊर्जा संरक्षण योजना के तहत शहबाज सरकार एक साल के अंदर ही कोनिकल गीजर का ही इस्तेमाल अनिवार्य कर देगी. इन कोनिकल गैस में पानी गर्म करने के लिए कम गैस का जरूरत पड़ती है. इस कदम से भी 92 अरब रुपये की बचत होगी.साथ ही स्ट्रीट लाइट के वैकल्पिक उपयोग से अतिरिक्त 4 अरब रुपये की बचत होगी. आसिफ ने कहा कि बिजली बचाने की योजना के तहत सभी सरकारी भवनों और कार्यालयों में भी उपयोग को कम किया जाएगा और वर्क फ्रॉम होम की नीति भी 10 दिनों में तैयार कर ली जाएगी. उन्होंने कहा, 'कैबिनेट की बैठक भी बगैर किसी कृत्रिम रोशनी के पूरी धूप में हुई.' आसिफ ने यह भी कहा कि कैबिनेट ने सरकारी विभागों द्वारा उपयोग की जाने वाली बिजली का 30 प्रतिशत बचाने की योजना बनाई है, जिससे 62 अरब रुपये की बचत होगी. एक अन्य कदम में आसिफ ने कहा कि ईंधन के आयात में कटौती करने में मदद के लिए इस साल के अंत तक इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलें पेश की जाएंगी.

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विदेशी मुद्रा भंडार बीते साल आधा रह गया
पाकिस्तान सरकार ने बिजली बचाने के ये कदम ऐसे समय उठाएं हैं, जब पाकिस्तान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डिफॉल्ट की आशंकाओं को दूर करने के लिए संघर्ष कर रहा है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार बमुश्किल एक महीने का आयात कर करता है, जिनमें से अधिकांश विदेशों से बिजली खरीद के लिए जिम्मेदार माना जाता है. इन तमाम अतिरिक्त खर्चों की वजह से आईएमएफ में 1.1 बिलियन डॉलर के बेलआउट पैकेज को जारी करने में देरी कर रही है. आंकड़ों की भाषा में कहें तो बीते महीने के आखिर में पाकिस्तान के पास नगद विदेशी मुद्रा भंडार 11.7 बिलियन डॉलर, तो केंद्रीय बैंक के पास 5.8 बिलियन डॉलर ही बचे थे. 2022 में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 50 फीसदी कम हो चुका है.