Advertisment

अमेरिकी रिपोर्ट का खुलासा, भारत को अस्थिर करने के लिये पाकिस्तानी सेना कर रही आतंकी संगठनों का समर्थन

भारत को अस्थिर करने और कश्मीर विवाद पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मध्यस्थ बनाने की कोशिश के तहत पाकिस्तान की सेना हर तरह के कदम उठा रही है। साथ ही भारत पर हमला करने वाले आतंकी संगठनों की मदद भी कर रही है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
अमेरिकी रिपोर्ट का खुलासा, भारत को अस्थिर करने के लिये पाकिस्तानी सेना कर रही आतंकी संगठनों का समर्थन
Advertisment

भारत को अस्थिर करने और कश्मीर विवाद पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मध्यस्थ बनाने की कोशिश के तहत पाकिस्तान की सेना हर तरह के कदम उठा रही है। साथ ही भारत पर हमला करने वाले आतंकी संगठनों की मदद भी कर रही है।

10 प्रमुख अमेरिकी थिंकटैंकों के प्रतिष्ठित दक्षिण एशियाई विशेषज्ञों के एक समूह की रिपोर्ट में यह कहा गया है। ‘ए न्यू यूएस अप्रोच टू पाकिस्तान: एनफोर्सिंग एड कंडिशंस विदआउट कटिंग टाइज’ शीर्षक वाली इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की सेना ने भारत और पाकिस्तान सरकारों के शांति प्रयासों को अक्सर बाधित किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि खासकर 1999 में कारगिल युद्ध के समय पाक सेना ने ऐसा ही किया।

ये भी पढ़ें: कानपुर रेल हादसे के मास्टरमाइंड होदा को NIA ने काठमांडू से किया गिरफ्तार, ISI के इशारे पर कराए थे कई रेल हादसे

रिपोर्ट में कहा गया है, "पाकिस्तान के सैन्य नेता भारत को असंतुलित करने और कश्मीर विवाद पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मध्यस्थ बनाने की कोशिश के तहत लगातार आतंकवादी संगठनों का सहयोग कर रहे हैं।"

इसमें कहा गया है कि "पाकिस्तान का अपनी सुरक्षा और विदेश नीति के रूप में आतंकवादी समूहों का इस्तेमाल करना भारत के खिलाफ उसकी सनक का हिस्सा है, जिसे वह अपने अस्तित्व के खतरे के रूप में देखता है। बाहर से देखने पर ऐसा लगता है कि भारत के संबंध में पाकिस्तान का पागलपन बेबुनियादी है।"

रिपोर्ट के अनुसार, हो सकता है कि भारत कश्मीर की क्षेत्रीय स्थिति पर फिर से बातचीत करने का इच्छुक नहीं हो, लेकिन कई भारतीय नेताओं ने शांति के लिए पाकिस्तान के साथ अस्थायी समझौता करने की कोशिश की है।

ये भी पढ़ें: सरताज अजीज ने कहा, भारत सिंधु जल समझौते पर अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा रहा

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और गठबंधन बलों से लड़ रहे कुछ आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने की नीति कभी नहीं बदली, जिसने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों के लिए अफगानिस्‍तान को शरणस्थली बनने से रोकने का अमेरिका का उद्देश्य पूरा होना असंभव कर दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को लेकर ट्रंप प्रशासन की नीति ऐसी होनी चाहिये जिससे आतंकवादियों की आड़ में क्षेत्रीय सामरिक हित साधने के लिए पाकिस्तानी नेताओं को अधिक से अधिक कीमत चुकानी पड़े।

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान की संसद ने कश्मीरी अलगाववादियों के पक्ष में किया प्रस्ताव पारित, भारत के रुख को बताया हास्यास्पद

Source : News Nation Bureau

US think tank Report Pakistan Army Kashmir
Advertisment
Advertisment
Advertisment