logo-image

शर्मनाक: पाकिस्तान में कोरोना के लिए सुरक्षा उपकरण मांग रहे चिकित्सकों पर लाठीचार्ज, कई गिरफ्तार

एक प्रेस कांफ्रेंस में एसोसिएशन पदाधिकारियों ने गिरफ्तारियों के विरोध में कामकाज के बहिष्कार का ऐलान किया. डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मुख्यमंत्री के अवास पर प्रदर्शन करना चाह रहे थे जब पुलिस ने उन्हें रोका और लाठीचार्ज कर दिया.

Updated on: 07 Apr 2020, 01:30 AM

नई दिल्ली:

कोरोनावायरस (Corona Virus) के खिलाफ जान को जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों को पाकिस्तान के प्रांत बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीआई) की मांग के लिए प्रदर्शन करना पड़ा और यह भी उन्हें भारी पड़ गया. पुलिस ने इन चिकित्सकों व इनका साथ दे रहे अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर लाठीचार्ज किया और कई को गिरफ्तार कर लिया. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. यासिर खान ने कहा कि 'पुलिस ने कम से कम डेढ़ सौ डॉक्टरों व पैरामेडिक्स को गिरफ्तार किया है.'

एक प्रेस कांफ्रेंस में एसोसिएशन पदाधिकारियों ने गिरफ्तारियों के विरोध में कामकाज के बहिष्कार का ऐलान किया. डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मुख्यमंत्री के अवास पर प्रदर्शन करना चाह रहे थे जब पुलिस ने उन्हें रोका और लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तारियां धारा 144 का उल्लंघन करने पर की गई हैं. यह घटना ऐसे समय में हुई जब पाकिस्तान में कोविड -19 (COVID-19) मरीजों का इलाज करने के दौरान कई चिकित्सकों के कोरोना वायरस से ग्रस्त होने के मामले सामने आए हैं.

बीते 6 दिनों से काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं स्वास्थ्यकर्मी
उधर, सिंध में भी डॉक्टरों ने कहा है कि अगर उन्हें सुरक्षा उपकरण (पीपीआई) उपलब्ध नहीं कराए गए तो वे कल (मंगलवार) से आइसोलेशन वॉर्ड में कोरोना वायरस पीड़ितों का इलाज नहीं करेंगे. यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन और पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन की सिंध इकाई ने यह चेतावनी दी है. एसोसिएशन ने कहा कि इस मांग को लेकर डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी बीते छह दिनों से बांह पर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं और अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. अब उनके सामने कड़े कदम उठाने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है. एसोसिएशन ने कोरोना रिलीफ फंड के लिए डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों के भत्तों से काटे गए धन को वापस करने की भी मांग की है.

यह भी पढ़ें-कंगाल पाकिस्तान पुलिस की नीच हरकत, राशन,फल और सब्जी लूटने के शर्मनाक आरोप

पाकिस्तानी पुलिस पर राशन लूटने का आरोप
यहां कुछ पुलिसकर्मियों पर दुकानों से राशन लूटने और ठेलेवालों से सब्जी व फल लूटने का आरोप लगा है. इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है. इस वायरल वीडियो में कथित रूप से दिखाई दे रहा है कि कराची के ईदगाह पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसकर्मी एक वैन में सवार होकर दुकानों पर पहुंचकर राशन का सामान लूट रहे हैं.

यह भी पढ़ें-कोरोना रोगी किसी पर थूकेगा तो उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला : हिमाचल डीजीपी

कोरोना वायरस के चलते पाकिस्तान में हालात बद से बदतर
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब की राजधानी लाहौर में बड़ी संख्या में लोग गर्वनर हाउस पर पहुंच गए. गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले इन प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं जिनका कहना था कि अब उनके घरों में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है और भूखे रहने की नौबत आ गई है. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए और पंजाब के गवर्नर हाउस में घुसने की कोशिश की. इन लोगों का कहना था कि शहर में जगह-जगह वाहनों पर लगे लाउडस्पीकर से प्रचार किया गया कि गवर्नर हाउस की तरफ से गरीबों के बीच राशन बांटा जाएगा. इसकी शुरुआत सुबह आठ बजे होनी थी. वे लोग सुबह छह बजे से ही आकर लाइन में लग गए.
(इनपुट - आईएएनएस)