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'पाकिस्तान एक एजेंडे के तहत जम्मू- कश्मीर में फैला रहा है आतंकवाद, दुनिया दे ध्यान'

पाक अधिकृत कश्मीर के सामाजिक कार्यकर्ता सरदार सगीर ने खुलेआम कहा है कि पाकिस्‍तान एक एजेंडे के तहत दशकों से जम्‍मू-कश्‍मीर में अशांति फैलाने की कोशिशों में जुटा हुआ है.

Updated on: 24 Aug 2019, 06:34 PM

highlights

  • पीओके के सरदार सगीर ने पाकिस्तान पर लगाया कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का आरोप.
  • पाक अधिकृत कश्मीर का आतंकियों के लांचपैड बतौर इस्तेमाल हो रहा है.
  • पाक अधिकृत कश्मीर में बड़ी संख्‍या में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है.

नई दिल्ली.:

जम्मू-कश्मीर पर अब पाकिस्तान अपने ही घर में घिरता जा रहा है. भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन का राग अलापने वाले पाकिस्तान को अब उसके कब्जे वाले पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों ने ही घेरना शुरू कर दिया है. पाक अधिकृत कश्मीर के सामाजिक कार्यकर्ता सरदार सगीर ने खुलेआम कहा है कि पाकिस्‍तान एक एजेंडे के तहत दशकों से जम्‍मू-कश्‍मीर में अशांति फैलाने की कोशिशों में जुटा हुआ है. इसके तहत घुसपैठ के लिए पाक अधिकृत कश्मीर को आतंकियों के लांचपैड बतौर इस्तेमाल कर रहा है.

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पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी घुसपैठ
पाक अधिकृत कश्मीर के जम्‍मू-कश्‍मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता सरदार सगीर ने भारतीय खुफिया एजेंसियों के उस इनपुट पर भी मुहर लगाई, जिसमें कहा गया है कि पाक अधिकृत कश्मीर स्थित लांचिंग पैड में जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी बड़ी संख्‍या में घुसपैठ की ताक में हैं. सगीर ने यह सनसनीखेज खुलासा भी किया है कि पाक अधिकृत कश्मीर में बड़ी संख्‍या में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. यही नहीं बड़ी संख्‍या में आतंकी भारत में घुसपैठ की ताक में बैठे हैं. ये आतंकी लगातार घुसपैठ की कोशिशें कर रहे है. इस फेर में भारतीय सुरक्षा बलों के हाथों मारे जा रहे हैं और मारे जाते रहेंगे.

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जम्मू-कश्मीर में पाक फैला रहा अस्थिरता
सगीर ने बताया कि पाकिस्तान एक एजें‍डे के तहत जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता पैदा करने के लिए आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहा है. सन् 1947 में पश्तून जनजाति की घुसपैठ कराके पाकिस्‍तान ने कश्‍मीर को अस्थिर करने की बड़ी कोशिश की थी. सन् 1980 से पाकिस्‍तान ने लगातार जम्‍मू-कश्‍मीर को अशांत करने की कोशिशें की हैं. 1989 में हिज्‍बुल मुजाहिद्दीन और जमात उल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों को खड़ा करने के पीछे पाकिस्‍तान की यही मंशा थी.

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पाक अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान
सगीर ने बताया कि हाफिज सईद द्वारा लश्‍कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का भी गठन कश्‍मीर में अशांति फैलाने के मकसद से किया गया था. विश्‍व समुदाय को पाकिस्‍तान द्वारा की जाने वाली आतंकी गतिविधियों को देखा जाना चाहिए. पाक अधिकृत कश्मीर में हालात बहुत खराब हैं. वहां के लोग पाकिस्‍तानी उत्‍पीड़न और आतंकवाद से जूझ रहे हैं. 9/11 के आतंकी हमले के बाद आतंकवाद के मसले पर पाकिस्‍तान बेनकाब हो गया और पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों का शांतिपूर्ण संघर्ष सामने आया. गौरतलब है कि पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने खुद स्वीकार किया था कि कश्मीर और अफगानिस्तान में 30 से 40 हजार आतंकियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है.