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Pakistan: घरों में चुपचाप न बैठो... गिरफ्तारी से पहले इमरान खान का भड़काऊ संदेश, देखें Video

Pakistan : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को अपनी गिरफ्तारी से पहले अपने देशवासियों को भड़काऊ मैसेज दिया है. उन्होंने कहा कि जागो.. उठो... घरों से निकलो...

Updated on: 05 Aug 2023, 07:12 PM

नई दिल्ली:

Pakistan : पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इस्लामाबाद की एक निचली अदालत ने तोशाखान मामले में इमरान खान को 3 साल की सजा सुनाई और एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद पुलिस ने उन्हें लौहार स्थिति उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है. अब इमरान खान को सड़क मार्ग से लाहौर से इस्लामाबाद लाया जा रहा है. पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पीटीआई प्रमुख ने अपनी गिरफ्तार से पहले एक वीडियो जारी करके देशवासियों को भड़काऊ संदेश दिया है.  

पाकिस्तान के पूर्व पीएम का ट्वीट

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान ने एक वीडियो के साथ ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि चेयरमैन इमरान खान का संदेश- मेरी गिरफ्तारी अपेक्षित थी और मैंने अपनी गिरफ्तारी से पहले यह संदेश रिकॉर्ड किया था. यह लंदन योजना को पूरा करने की दिशा में एक और कदम है, लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें. हम किसी और के सामने नहीं बल्कि अल्लाह के सामने झुकते हैं. हम ला इलाहा इल्लल्लाह पर विश्वास करते हैं.

जानें इमरान खान ने क्या दिया संदेश

इमरान खान ने अपने वीडियो के जरिये मुल्क को मैसेज देते हुए कहा कि जब तक मेरे पाकिस्तानियों तक ये पैगाम पहुंचेगा तब तक ये लोग मुझे गिरफ्तार कर लेंगे और मैं जेल में रहूंगा. मेरी आपसे सिर्फ एक ही अपील है कि आपको घरों में चुपचाप नहीं बैठना है. मैं जो ये जद्दोजहद नहीं कर रहा हूं, ये मैं अपनी जाति के लिए नहीं कर रहा हूं. ये मैं अपनी कौम और आपके बच्चों के लिए कर रहा हूं. अगर आप अपने हुकूक के लिए नहीं खड़ेंगे तो आप गुलामों की जिंदगी गुजाएंगे. गुलामों की कोई जिंदगी नहीं होती है. गुलाम ऐसे होते हैं, जैसे जमीन पर चीटियां होती हैं.  

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उन्होंने आगे कहा कि ये है जंग इंसाफ की, आपके हुकूक की, आपके आजादी की. कभी भी याद रखें कि कोई भी आजादी प्लेट में रखकर नहीं देता है. जिस तरह कहता हूं कि जंजीरें गिरती नहीं, बल्कि तोड़नी पड़ती हैं. जब तक आपको अपना हक नहीं मिलता है तब तक कोशिश करते रहना चाहिए. सबसे बड़ा मौलिक अधिकार है वोट, वोट के जरिये अपनी हुकूमत करना है, न कि कोई और कब्जा ग्रुप इस मुल्क पर कब्जा करके बैठ जाए, जो आज कब्जा करके बैठा हुआ है.