logo-image

आतंकवाद से लड़ने के लिए 39 इस्लामिक देश हुए साथ, पाकिस्तान करेगा संगठन की अगुवाई

ये गठबंधन पश्चिमी देशों का मुंह बंद कराने के लिए बनाया गया है।

Updated on: 08 Jan 2017, 12:42 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक आतंकवाद से लड़ने के लिए सभी इस्लामिक देश एक साथ हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ सऊदी अरब के नेतृत्व में गठित 39 राष्ट्रों के इस्लामी सैन्य गठबंधन का नेतृत्व करेंगे।

शनिवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो टीवी से बात-चीत के दौरान इस बात का ख़ुलासा किया। बताया जा रहा है कि इस संबंध में कुछ दिन पहले ही एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है। उनके मुताबिक सउदी अरब के नेतृत्व में गठित 39 राष्ट्रों के इस्लामी सैन्य गठबंधन का मुख्यालय रियाद में होगा।

आसिफ ने कहा कि इस तरह की नियुक्ति या जिम्मेदारी के लिए सरकार और सैन्य मुख्यालय से क्लीयरेंस लेना होता है। इसलिए सैन्य गठबंधन का फैसला सरकार को विश्वास में लेने के बाद ही किया गया है।

ये भी पढ़ें- दरार की खबर 'लीक' पर सेना को सरकार पर शक

हालांकि उन्होंने राहील शरीफ को सऊदी गठबंधन का प्रमुख नियुक्त किये जाने को लेकर स्थिति साफ नहीं किया है। राहील नवंबर में सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनकी जगह जनरल कमर जावेद बाजवा पाक सेना के नए प्रमुख बने हैं।

हाल के दिनों में जिस तरह से आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी है उसको देखते हुए दिसंबर 2015 में पाकिस्तान सहित 30 से अधिक इस्लामी देशों ने आतंकवाद से निपटने के लिए सैन्य संगठन का ऐलान किया। सऊदी अरब के नेतृत्व में बने इस सैन्य गठबंधन में शुरूआती दिनों में 34 देश ही शामिल थे लेकिन बाद में उनकी संख्या बढ़कर 39 हो गई।

हालांकि सऊदी अरब पर पहले इस्लामिक स्टेट को फंडिग करने का आरोप लग चुका है, जिसको देखते हुए इराक, ईरान और अफगानिस्तान जैसे देश इस संगठन में शामिल नहीं हुए हैं। इस्लामी देशों के सैन्य गठबंधन में मुख्यत: मिस्र, क़तर, तुर्की, मलेशिया, पाकिस्तान और कुछ अफ्रीकी देश समेत संयुक्त अरब अमीरात भी शामिल है।

जानकारों का मानना है कि ये गठबंधन पश्चिमी देशों का मुंह बंद कराने के लिए बनाया गया है। जो अक्सर सभी मुस्लिम देशों से आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुट होने को कहते हैं।