पाकिस्तानी नमीरा सलीम ने सराहा 'चंद्रयान 2' को, जानें और क्या कहा पाक की पहली एस्ट्रोनॉट ने

पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम (Namira Salim) ने भारत समेत इसरो को लूनर मिशन 'चंद्रयान 2' (Chandrayaan 2) के सफल प्रयासों के लिए दिल खोल कर बधाई दी है.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
पाकिस्तानी नमीरा सलीम ने सराहा 'चंद्रयान 2' को, जानें और क्या कहा पाक की पहली एस्ट्रोनॉट ने

पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम.

एक तरफ पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री फवाद चौधरी हैं, जो भारत के 'चंद्रयान 2' (Chandrayaan 2) मिशन के लैंडर 'विक्रम' (Lander Vikram) के ऐन मौके संपर्क टूट जाने पर बेहूदगी करते हैं. दूसरी तरफ पाकिस्तान की एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम (Namira Salim) हैं, जिन्होंने भारत समेत इसरो को लूनर मिशन 'चंद्रयान 2' (Chandrayaan 2) के सफल प्रयासों के लिए दिल खोल कर बधाई दी है. नमीरा अंतरिक्ष अभियान में जाने वाली पाकिस्तान मूल की की पहली एस्ट्रोनॉट हैं. उन्होंने 'चंद्रयान 2' को समग्र दक्षिण एशिया (South Asia) के लिए एक बड़ा कदम बताया है.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः ISRO ने कहा- 95 प्रतिशत सफल रहा Chandrayaan 2 Mission, क्या है इसकी वजह

'चंद्रयान 2 को बताया दक्षिण एशिया के लिए बड़ा कदम'
नमीरा सलीम ने 'चंद्रयान 2' पर भारत और इसरो को बधाई देते हुए कहा, 'चंद्रमा (Moon)के दक्षिणी ध्रुव (South Pole) पर लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग के ऐतिहासिक प्रयास के लिए मैं भारत और इसरो को तहे दिल से बधाई देती हूं. 'चंद्रयान 2' लूनर मिशन सिर्फ अंतरिक्ष में भारत की बड़ी छलांग नहीं है. इसने दक्षिणी एशिया बल्कि समग्र वैश्विक स्पेस इंडस्ट्री को गर्व करने का एक मौका उपलब्ध कराया है.' गौरतलब है कि नमीरा सलीम वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic) के सर्वेसर्वा रिचर्ड ब्रॉनसन (Sir Richard Branson) के साथ अंतरिक्ष में जाने वाली पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट हैं. उन्होंने दुनिया की पहली कॉमर्शियल स्पेस लाइन के साथ यह उपलब्धि हासिल की थी.

यह भी पढ़ेंः बीते 6 दशकों में 40 फीसदी चंद्र अभियान रहे हैं असफल, 'चंद्रयान 2' से उम्मीदें हैं बाकी

कई उपलब्धियां दर्ज हैं नमीरा के खाते में
नमीरा सलीम के खाते में सिर्फ पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट होने की उपलब्धि ही दर्ज नहीं है. वह अप्रैल 2007 में उत्तरी ध्रुव (North Pole) और जनवरी 2008 में दक्षिणी ध्रुव (South Pole)में पहुंचने वाली पहली महिला भी हैं. इसके अलावा माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर स्काय डाइविंग के जरिये छलांग लगाने वाली पहली एशियाई महिला हैं. पाकिस्तानी मूल की नमीरा का ताल्लुक यूरोप के एक देश मोनेको से है. वह धरती पर शांति के लिए अंतरिक्ष कार्यक्रमों की वकालत करती आई हैं. वह मानती हैं कि अंतरिक्ष एक ऐसी जगह है, जहां किसी देश की कोई भौगोलिक सीमा नहीं है.

यह भी पढ़ेंः चंद्रयान-2 पर विदेशी मीडिया ने ISRO को बधाई देते हुए उठाए कुछ सवाल, पढ़ें Reaction

दुनिया में भी सराहा गया 'चंद्रयान 2'
गौरतलब है कि 7 सितंबर शुक्रवार-शनिवार की दरम्यिानी रात 'चंद्रयान 2' (Chandrayaan 2)का लैंडर विक्रम ऐन मौके इसरो से संपर्क खो देता है, लेकिन इसके बावजूद समग्र विश्व इसरो और भारत की प्रशंसा करता है. वजह साफ है कि 'चंद्रयान 2' ने चंद्रमा की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास किया, जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है. यह अलग बात है कि विक्रम का संपर्क टूटते ही पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री फवाद हुसैन चौधरी (Fawad Hussain) ने बेहूदी ट्वीट कर भारत का मजाक उड़ाया था. यह अलग बात है कि इस पर उन्हें पाकिस्तान में ही लानतें-मलानतें झेलनी पड़ी.

HIGHLIGHTS

  • पाकिस्तान की पहली महिला एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम ने चंद्रयान 2 को बताया गौरव.
  • वर्जिन गैलेक्टिक के सर्वेसर्वा रिचर्ड ब्रॉसनन के साथ जा चुकी हैं अंतरिक्ष अभियान पर.
  • इसके अलावा और भी कई उपलब्धियां भी दर्ज हैं नमीरा के खाते में.
Fawad Chaudhary Chandrayaan 2 pakistan isro First Astronaut Namira Salim Lander Vikram
      
Advertisment