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पाकिस्तान ने फिर किया कश्मीरी आतंकियों का महिमामंडन

भारत का अरब देशों में न सिर्फ प्रभाव बढ़ रहा है, बल्कि कई मुस्लिम देश भी मोदी सरकार के करीब आ रहे हैं. इन सबसे पाकिस्तान की खिसियाहट बढ़ती जा रही है.

Updated on: 24 Mar 2022, 03:00 PM

highlights

  • पाकिस्तान दिवस पर इस्लामाबाद में मनाया गया समारोह
  • समारोह में प्रदर्शित की गई जम्मू-कश्मीर की झांकी
  • झांकी में दिखाए गिलानी और वुरहान के पोस्टर

इस्लामाबाद:

भले ही पाकिस्तान (Pakistan) पर आतंकियों को फंडिंग और समर्थन देने के लिए एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट वाली तलवार लटकी हुई हो, लेकिन वह आतंकी संगठनों को लेकर अपना लगाव कतई कम नहीं कर पा रहा है. हद तो यह है कि उसने पाकिस्तान दिवस पर इस्लामाबाद में आयोजित मुख्य समारोह में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पर एक झांकी प्रदर्शित की. अगर बात यहीं तक सीमित रहती तो भी ठीक था. इस झांकी में पाकिस्तान ने अलगाववादी नेता हुर्रियत के सैयद अली शाह गिलानी और हिजबुल आतंकी वुरहान वानी (Burhan Wani) के पोस्टर भी शामिल थे. इस तरह पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर पर न सिर्फ अपने कुत्सित इरादे फिर से जाहिर कर दिए, बल्कि यह भी जता दिया कि आतंकियों (Terrorists) को समर्थन देने की अपनी नीति से वह कतई पीछे हटने वाला नहीं है. 

अरब देशों के भारत के करीब आने की खिसियाहट
इस बीच वैश्विक मंच पर पाकिस्तान के जम्मू-कश्मीर पर प्रोपेगंडा को अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली है. चाहे वह संयुक्त राष्ट्र हो या कोई और मंच. भारत का अरब देशों में न सिर्फ प्रभाव बढ़ रहा है, बल्कि कई मुस्लिम देश भी मोदी सरकार के करीब आ रहे हैं. इन सबसे पाकिस्तान की खिसियाहट बढ़ती जा रही है. संभवतः इसी का नतीजा थी इस्लामाबाद में पाकिस्तान दिवस पर निकाली गई जम्मू-कश्मीर की झांकी. राष्ट्रीय परेड में आतंकी और अलगाववादी हुर्रियत नेता के पोस्टर लगाकर पाकिस्तान ने यह साबित कर दिया कि वह जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को समर्थन देता है.

आईओसी की बैठक में भी रोया था कश्मीर का रोना
गौरतलब है कि एक दिन पहले ओआइसी की बैठक में भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर का राग अलापते हुए कहा था कि 57 सदस्यीय समूह में एकता नहीं होने से हम कश्मीर पर कुछ नहीं कर पा रहे. इसी बैठक में चीन ने भी कश्मीर का जिक्र किया था, जिस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. गौरतलब है कि पाकिस्तान के गठन का प्रस्ताव 23 मार्च 1940 को लाया गया था. इसी की याद में हर साल पाकिस्तान दिवस मनाया जाता है.