भारत की आपत्ति के बाद फिलीस्तीनी राजदूत को इस्लामाबाद से वापस बुलाए जाने के बाद पाकिस्तान मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बचाव में उतर आया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के लोग और यहां की सरकार उस कार्यक्रम का समर्थन करती है, जिसमें फिलीस्तीन के राजदूत हाफिज सईद के साथ शामिल हुए।
हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित कर रखा है।
बयान में कहा गया है, 'पाकिस्तान के लोग और सरकार फिलीस्तीन के लोगों के हितों में जारी कार्यक्रम में फिलीस्तीनी राजदूत के शामिल होने के प्रति एकजुटता जाहिर करते हैं।'
इसमें कहा गया है कि फिलीस्तीन के समर्थन में निकाली गई रैली में हजारों लोग शामिल हुए, जिसमें सभी समुदाय के लोग शामिल थे।
पाकिस्तान ने कहा, 'इस रैली को हाफिज सईद के साथ 50 से अधिक वक्ताओं से ने संबोधित किया। जैसा बताया जा रहा है, उसके उलट संयुक्त राष्ट्र वाक अभिव्यक्ति की आजादी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाता है।'
मंत्रालय ने कहा कि फिलीस्तीन के राजदूत कई बैठकों में शामिल हुए हैं। शुक्रवार को जिस रैली का आयोजन किया गया, वह फिलीस्तीन के पक्ष में पाकिस्तानी एकजुटता का मजबूत प्रदर्शन था।
और पढ़ें: अदालत की अवमानना के लिए मुर्सी को 3 साल का कारावास
गौरतलब है कि शुक्रवार को रावलपिंडी के लियाकत बाग में जमात-उद-दावा की एक रैली में फिलीस्तीन के राजदूत वलीद अबु अली भी नजर आए, जिसके बाद इस पूरे मामले में राजनयिक विवाद का रूप ले लिया।
भारत ने सईद के साथ अली की मौजूदगी को लेकर फिलीस्तीन की सरकार के समक्ष कड़ी प्रतिक्रिया जताई। इसके बाद कार्रवाई करते हुए फिलीस्तीन ने खेद जताते हुए अपने राजदूत को वापस बुला लिया।
भारत में फिलीस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल हाइजा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, 'फिलीस्तीन ने हाफिज सईद से मुलाकात के बाद पाकिस्तान से अपने राजदूत वालिद अबु अली को वापस बुलाने का फैसला लिया है।'
हाइजा ने कहा, 'हमारे राजदूत को इस आदमी (हाफिज सईद) के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब उसने बोलना शुरू किया तब उन्होंने पूछा कि यह आदमी कौन है? हमारे राजदूत का भाषण उसके बाद था और भाषण देने के बाद वह वहां से चले गए। हमारे लिए यह भी स्वीकार्य नहीं है और इस मामले में फैसला लिया जा चुका है।'
उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग कर रहे हैं और इसलिए हमारी सरकार ने इस्लामाबाद में तैनात हमारे राजदूत को सीधे वापस बुलाने का फैसला लिया है। वह अब पाकिस्तान में फिलीस्तीन के राजदूत नहीं रहेंगे।
हाइजा ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोद फिलीस्तीन के मेहमान हैं और हम उनका वहां स्वागत करते हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह जल्द ही फिलीस्तीन का दौरा करेंगे। हम उनके दौरे का इंतजार कर रहे हैं।'
सईद से मुलाकात पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसे अस्वीकार्य बताते हुए कहा, 'सरकार ने पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद के साथ फिलीस्तीनी राजदूत के मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित कर रखा है।'
और पढ़ें: हाफिज के साथ मंच साझा कर नपे फिलीस्तीनी राजदूत, जताया खेद
HIGHLIGHTS
- फिलीस्तीन की आड़ को लेकर पाकिस्तान ने किया आतंकी हाफिज सईद का बचाव
- पाकिस्तान की एक रैली में आतंकी हाफिज सईद के साथ दिखे थे फिलीस्तीन राजदूत
- भारत की आपत्ति दर्ज कराए जाने के बाद फिलीस्तीन ने अपने राजदूत को वापस बुलाया
Source : News Nation Bureau