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पाकिस्तान की तालिबान से दोस्ती खुलकर आई सामने, इमरान खान दुनिया से मांग रहे मदद

इमरान खान (Imran Khan) ने दुनिया को मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान से जुड़ने की अपील की.  पाक पीएम इमरान खान ने 4 सितंबर को कहा कि दुनिया को मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान के साथ जुड़ना चाहिए.

Updated on: 05 Sep 2021, 06:47 AM

highlights

  • इमरान खान ने अफगानिस्तान के लिए मांगी आर्थिक मदद
  • संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव से की बातचीत
  • अफगानों के पलायन रोकने का किया जिक्र 

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान पर अब तालिबान का कब्जा है. तालिबान वहां पर सरकार बनाने जा रही है. तालिबान और पाकिस्तान की दोस्ती वैसे तो किसी से छुपी नहीं है. फिर भी अब पाकिस्तान खुलकर इस दोस्ती का इजहार करने लगा है. शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इसी दोस्ती का प्रदर्शन करते आए. वो अफगानिस्तान के लिए मदद मांगते नजर आए. इमरान खान (Imran Khan) ने दुनिया को मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान से जुड़ने की अपील की.  पाक पीएम इमरान खान ने 4 सितंबर को कहा कि दुनिया को मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अफगानिस्तान के साथ जुड़ना चाहिए और युद्धग्रस्त देश में शरणार्थी संकट को रोकने के लिए आर्थिक स्थिरता प्रदान करनी चाहिए.

इमरान खान ने एंतोनियो गुतारेस से की बातचीत

इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के साथ टेलीफोन पर बात की और दोनों नेताओं ने मानवीय स्थिति पर विशेष ध्यान देने के साथ साथ अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर चर्चा की.

अफगानिस्तान को आर्थिक मदद करने की मांग की

प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इमरान खान ने मानवीय जरूरतों को पूरा करने और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अफगानिस्तान के साथ और अधिक जुड़ाव की आवश्यकता का जिक्र किया. 

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अफगानो को पलायन रोकने के लिए मदद मांगी

उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से ना केवल सुरक्षा मजबूत होगी. बल्कि अफगानों का उनके देश से बड़े पैमाने पर पलायन भी रुकेगा. इस प्रकार अफगानिस्तान से पैदा होने वाले शरणार्थी संकट को रोका जा सकेगा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और एक समावेशी राजनीतिक समाधान के महत्व पर प्रकाश डाला.

इमरान खान ने कहा कि  यह अफगानिस्तान में 40 साल से जारी संकट पर पूर्ण विराम लगाने का मौका है. स्थायी शांति, सुरक्षा और समृद्धि हासिल करने में अफगानों की मदद करके इस अवसर को भुनाया जाना चाहिये. 

पाकिस्तान ने तालिबान सरकार को दे रखी मान्यता

बता दें कि पाकिस्तान ने तालिबान शासन को मान्यता दे रखी है. इतना ही नहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के चीफ फैज हामिद अफगानिस्तान में डेरा डाले हुए हैं. पाकिस्तान तालिबान सरकार में बड़ी भूमिका चाहता है. इसे लेकर कई बार तालिबान के साथ बैठक भी कर चुका है.