यूएई (UAE) ने जैसे ही पीएम मोदी (PM Narendra Modi)को यह सम्मान दिया कि कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तानी सीनेट के चेयरमैन सादिक़ सनर्जानी ने यूएई (UAE) का अपना दौर रद्द कर दिया.सादिक़ ने अपने बयान में कहा कि मोदी के फ़ैसले के कारण कश्मीरी मुसलमानों के साथ नाइंसाफ़ी हो रही है और उन्हें यूएई (UAE) ने अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया. सादिक़ ने कहा कि ऐसे में यूएई (UAE) जाना कश्मीरी माताओं, बहनों और बुज़ुर्गों के साथ अन्याय होगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान कश्मीर में स्वायत्तता ख़त्म किए जाने को लेकर दुनिया भर के मुस्लिम देशों को लामबंद करने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ़ मध्य-पूर्व के अहम इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ ज़ायद' से नवाज़ा है.
The prestigious 'Order of Zayed' is conferred on PM @narendramodi at a ceremony in Abu Dhabi. pic.twitter.com/YkrMmM5hsM
— PMO India (@PMOIndia) August 24, 2019
अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने पीएम मोदी (PM Narendra Modi)के यूएई (UAE) दौरे पर कहा कि वो बहुत ही कृतज्ञ हैं कि उनके भाई अपने दूसरे घर अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी) आए हैं.इससे पहले यूएई (UAE) ने 'ऑर्डर ऑफ ज़ायेद' सम्मान से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, महारानी एलिज़ाबेथ-2 और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नवाज़ा था.'ऑर्डर ऑफ़ ज़ायेद' मिलने के बाद पीएम मोदी (PM Narendra Modi)ने कहा कि वो इस सम्मान को पाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
माेदी को मिले इस सम्मान के बाद पाकिस्तान में राजनीति से मीडिया तक में काफ़ी चर्चा है. पाकिस्तानी मीडिया में कहा जा रहा है कि जब कश्मीर में भारत ने एकतरफ़ फ़ैसला किया है, ऐसे में मोदी को यह सम्मान दिया गया है.
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पाकिस्तान के प्रमुख अख़बार डॉन ने लिखा है, ''ऑर्डर ऑफ़ ज़ायेद में मोदी की एंट्री से पता चलता है कि संयुक्त अरब अमीरात के लिए भारत कितना मायने रखता है. भारत कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयाताक देश है. भारत दुनिया के बड़े उपभोक्ता बाज़ारों में से एक है और यूएई (UAE) में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं.
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पीएम मोदी (PM Narendra Modi)को ऑर्डर ऑफ़ ज़ायेद मिलने पर ब्रिटेन में लेबर पार्टी की सांसद नाज़ शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नाज़ शाह ने एक ओपन लेटर लिख अपनी आपत्ति जताई है.उन्होंने कहा कि शेख मोहम्मद को कश्मीर में भारत के फ़ैसले को देखते हुए इस पर विचार करना चाहिए. नाज़ शाह ने लिखा है, ''इस अवॉर्ड को देने पर फिर से विचार करना चाहिए. आपको मानवाधिकारों के उल्लंघन को देखते हुए इस पर सोचना चाहिए.''
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पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने मोदी को यूएई (UAE) का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर टिप्पणी करते हुए ट्विटर पर लिखा है, ''फासीवादी मोदी को संयुक्त अरब अमीरात का सबसे सर्वोच्च सम्मान देने के ख़िलाफ़ दुनिया के बड़े-बड़े मुस्लिम नेता ख़ामोश रहे लेकिन एक बहादुर ब्रिटिश सांसद नाज़ शाह ने यूएई (UAE) हुक़ूमत के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ आपत्ति दर्ज कराई है. पाकिस्तानी और कश्मीरियों की भावनाओं को नाज़ ने व्यक्त किया है. बहादुर बहन नाज़ शाह का बहुत शुक्रिया.''
فاشسٹ مودی کو امارات کا سب سے بڑا ایوارڈ دینے کے خلاف امت مسلمہ کے بڑے بڑے لیڈر خاموش رہے لیکن برطانوی پارلیمنٹ کی ایک بہادر خاتون رکن @NazShahBfd نے اماراتی حکومت کو احتجاجی خط لکھ کر پاکستانیوں اور کشمیریوں کی اکثریت کے جذبات کی ترجمانی کر دی بہادر بہن ناز شاہ کا بہت شکریہ https://t.co/ROimQxj2vg
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) August 24, 2019
डॉन के पत्रकार जमील फ़ारूक़ी ने पूरे मसले पर लिखा है, ''सत्यानाश हो अरब का. इतिहासकार लिखेंगे कि जिस वक़्त भारत अधिकृत कश्मीर में पूरी तरह से पाबंदी है उसी वक़्त मोदी को संयुक्त अरब अमीरात का सबसे बड़ा सम्मान दिया गया.''
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो