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गिलगित-बाल्‍टिस्‍तान को लूट रहे हैं पाकिस्‍तान और चीन

करीब 73 हजार स्क्वायर किलोमीटर में फैले इस इलाके के उत्तर में अफगानिस्तान तो उत्तरपूर्व में चीन का शिन्जियांग प्रांत है. गिलगित-बाल्टिस्तान की कुल आबादी करीब 25 लाख है.

Updated on: 22 Aug 2019, 11:53 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्‍तान का हलक ऐसे ही नहीं सूखा हुआ है. भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में पीओके को वापस लेने की बात जो कर दी है. पाकिस्‍तान डरा हुआ है कि भारत अब पीओके को वापस लेने के लिए कोई ऑपरेशन न शुरू कर दे. अभी प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्‍तान के स्‍वतंत्रता दिवस पर पीओके की एसेंबली में यह डर जाहिर भी किया था. यह डर बयां करते वक्‍त इमरान खान ने यह भी कबूला था कि भारत ने बालाकोट में बड़ा ऑपरेशन किया था.

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पाकिस्‍तान का डर ऐसे नहीं है. पाकिस्‍तान को डर है कि पीओके हाथ से जाने के बाद उसकी मिट्टी पलीद तो हो ही जाएगी, गिलगित-बाल्‍टिस्तान का खजाना भी उसके हाथ से निकल जाएगा. गिलगित-बाल्टिस्तान पीओके का उत्तरी हिस्सा है. करीब 73 हजार स्क्वायर किलोमीटर में फैले इस इलाके के उत्तर में अफगानिस्तान तो उत्तरपूर्व में चीन का शिन्जियांग प्रांत है. गिलगित-बाल्टिस्तान की कुल आबादी करीब 25 लाख है.

गिलगित-बाल्टिस्तान के नीचे सोना, प्लैटिनम, कोबाल्ट जैसे मिनरल्स की खाने मौजूद हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान में मौजूद 1480 सोने की खदानों में से 123 खानों में सबसे बेहतर क्वालिटी का सोना है. बालटॉरो नाम का एक मशहूर ग्लेशियर भी वहां मौजूद है.

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पीओके पर कब्जे के बाद से पाकिस्तानी हुक्मरानों ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में जमकर लूट मचाई है. पाकिस्तान को मुजफ्फराबाद के साथ ही गिलगित से भी गठरी उठाने का अल्टीमेटम मिल चुका है. पाकिस्तान ने अपनी लूट में चीन को भी साझीदार बना लिया. गिलगित-बाल्टिस्तान में चीन ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है. चीन ने यहां हाईवे से लेकर डैम में निवेश कर रखे हैं. इसके अलावा आतंकियों को यहां ज़हरीली तकरीरों के सहारे बारूदी तालीम दी जाती है.