पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने रविवार को कहा कि वह उन खबरों की जांच कर रहा है, जिनमें दावा किया गया है कि खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में प्रतिबंधित समूह दाएश अफगानिस्तान में पाकिस्तान के मिशन पर हुए आतंकवादी हमले के पीछे था. जियो न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से एफओ प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, हमने ऐसी रिपोर्ट देखी है कि आईएस-केपी ने 2 दिसंबर, 2022 को पाकिस्तानी दूतावास परिसर पर हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है. स्वतंत्र रूप से और अफगान अधिकारियों के परामर्श से, हम इन रिपोर्ट की सत्यता की पुष्टि कर रहे हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि हमला अफगानिस्तान और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद के खतरे का एक और रिमाइंडर है. जियो न्यूज के प्रवक्ता ने कहा, हमें इस खतरे को हराने के लिए अपनी पूरी सामूहिक शक्ति के साथ ²ढ़ता से काम करना चाहिए. अपनी ओर से, पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है.
दाएश ने दावा किया कि हमला उसके दो सदस्यों द्वारा किया गया जो मध्यम और स्नाइपर हथियारों से लैस थे और राजदूत और उनके गाडरें को निशाना बना रहे थे जो दूतावास के प्रांगण में मौजूद थे. सूत्रों ने शनिवार को जियो न्यूज को बताया कि काबुल में पाकिस्तान के मिशन प्रमुख उबैद-उर-रहमान निजामनी पर हत्या के प्रयास में शामिल संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है.
राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध पास की इमारत की आठवीं मंजिल पर रह रहा था और उसने उसी मंजिल के तीन कमरों में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाए थे. जब अफगान सुरक्षा अधिकारी इमारत में पहुंचे, तो संदिग्ध ने भागने की कोशिश की, हालांकि उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सुरक्षा अधिकारियों ने संदिग्ध के कब्जे से एक एके-47 राइफल, एक राइफल, एक स्नाइपर राइफल और अन्य हथियार भी बरामद किए हैं.
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Source : IANS