logo-image

पाकिस्तान फिर देख रहा जम्मू-कश्मीर पर 'ख्वाब', UNSC में राजदूत ने कह दी यह बड़ी बात

पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा कि हाल ही में हुई यूएनएससी की बैठक से भारत पर दबाव बढ़ेगा, जिससे उसकी ओर से जम्मू एवं कश्मीर में उठाए जाने वाले आक्रामक कदमों पर रोक लगेगी.

Updated on: 18 Jan 2020, 07:25 PM

highlights

  • भारत को संदेश दिया गया कि वह आक्रामक कदमों को वापस ले.
  • अब संयुक्त राष्ट्र कभी भी कश्मीर मुद्दे को उठा सकता है.
  • अकरम का यह बयान पाकिस्तान की बौखलाहट दर्शा रहा है.

इस्लामाबाद:

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा कि हाल ही में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक से भारत पर दबाव बढ़ेगा, जिससे उसकी ओर से जम्मू एवं कश्मीर में उठाए जाने वाले आक्रामक कदमों पर रोक लगेगी. द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो न्यूज से बात करते हुए अकरम ने कहा, 'कश्मीर पर यूएनएससी सत्र ने भारत को बता दिया है कि उसे आक्रामक बयानबाजी करने और क्षेत्र में सैन्य तनाव को कम करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है.'

यह भी पढ़ेंः वाराणसी में बोलीं स्मृति ईरानी- राहुल गांधी 10 पीढ़ियों के बाद भी सावरकर जैसे साहसी नहीं बन पाएंगे, क्योंकि...

संयुक्त राष्ट्र में उठेगा मुद्दा
पाकिस्तानी राजदूत ने कहा, 'भारत को संदेश दिया गया है कि वह इस क्षेत्र में उठाए गए आक्रामक कदमों को वापस ले. अब संयुक्त राष्ट्र कभी भी कश्मीर मुद्दे को उठा सकता है.' राजदूत ने कहा, 'कश्मीर पर 50 साल पुराने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव फिर से कार्यात्मक हो गए हैं. उन भारतीय बयानों को खारिज कर दिया गया है, जिसमें कहा जा रहा था कि कश्मीर एक आंतरिक मामला है.' अकरम ने कहा, 'चीन के अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी इस मुद्दे पर एक स्पष्ट रुख अपनाया है.'

यह भी पढ़ेंः विशेषज्ञों ने KL राहुल को लेकर कह दी ये बड़ी बात, लंबे समय तक नहीं कर पाएंगे ये काम

हर बार मुंह की खा चुका है पाक
अकरम का यह बयान पाकिस्तान की बौखलाहट दर्शा रहा है. दरअसल, हाल के दिनों में पाकिस्तान और उसके अनुरोध पर चीन ने कई बार संयुक्त राष्ट्र में जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दे को हवा देने की कोशिश की है. इन दोनों ही देशों ने संयुक्त राष्ट्र में तथ्यों से परे जाकर कश्मीर को गलत तरीके से पेश करने के पुरजोर प्रयास किए हैं, मगर उन्हें हर बार मुंह की खानी पड़ी है. इसी सप्ताह यूएनएससी की बैठक में भी चीन के अलावा अन्य सभी देशों का रुख भारत के पक्ष में रहा था और उन्होंने कश्मीर को भारत व पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा करार दिया था.