राष्ट्रपति ली जे-म्यांग जी-7 शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा : दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति कार्यालय
इंदौर के पोहा की दुनिया में अलग ही पहचान : पुष्य मित्र भार्गव
IND vs ENG: अब तक सिर्फ 3 ही कप्तानों ने इंग्लैंड में भारत को दिलाई हैं टेस्ट सीरीज में जीत, 1971 में पहली हुआ था ये कारनामा
पिछले 11 वर्षों में कृषि के लिए संस्थागत ऋण 7.3 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 27.5 लाख करोड़ रुपए हुआ
मनसैनिक-शिवसैनिक उद्धव और राज ठाकरे के साथ आने को लेकर आतुर : अरविंद सावंत
सीएम योगी के निर्देश पर जल्द पूरे होंगे 20 विभागों से जुड़े 95 बड़े प्रोजेक्ट
भाजपा विकास के एजेंडे पर काम करती है, इसलिए जनता हमारी सरकार लाती है : कमलजीत सहरावत
नागार्जुन ने शेखर कम्मुला की 'कुबेर' की डबिंग पूरी की
'बिन ब्याहे राजेश खन्ना के साथ बीवी बनकर रहती थी', दिग्गज एक्ट्रेस ने काका की गर्लफ्रेंड को लेकर किया ये खुलासा

भारत की नो फर्स्ट यूज परमाणु नीति में बदलाव से डरा पाकिस्तान

पाकिस्तान के विशेषज्ञों का मानना है कि बीजेपी की बढ़ती ताकत और लगातार मिल रहे संकेतों से पता चल रहा है कि भारत अपनी 'नो फर्स्ट यूज' पॉलिसी पर दोबारा विचार कर रहा है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
भारत की नो फर्स्ट यूज परमाणु नीति में बदलाव से डरा पाकिस्तान

परमाणु क्षमता से लैस है भारत की अग्नि मिसाइल (फाइल फोटो)

भारत की परमाणु नीति में बदलाव के संकेत से पाकिस्तान की परेशानी बढ़ गई है। पाकिस्तान के विशेषज्ञों का मानना है कि बीजेपी की बढ़ती  ताकत और लगातार मिल रहे संकेतों से पता चल रहा है कि भारत अपनी 'नो फर्स्ट यूज' पॉलिसी पर दोबारा विचार कर रहा है। 

Advertisment

पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार, वहां के रक्षा विशेषज्ञ भारत के इस रुख से चिंतित हैं। पाकिस्तानी विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में जब भारत में हिंदुत्ववादी सरकार है तो परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर भारत अपनी नीति में बदलाव कर सकता है। यानी किसी हमले की आशंका में भारत पहले ही अपने दुश्मन के खिलाफ बड़ा और व्यापक स्तर का न्यूक्लियर हमला कर सकता है।

पाकिस्तान के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के पूर्व चेयरमैन एहसान उल हक के बयान से उसकी चिंता साफ नज़र आ रही है। द डॉन में रविवार को छपे एक लेख में
हक ने कहा कि एक्सपर्ट्स के खुलासे से भारत के नो फर्स्ट यूज पॉलिसी के दावे की 'कलई खुल गई है।'

और पढ़ें: भारत न्यूक्लियर हमले को लेकर कर सकता है अपनी पॉलिसी में बदलाव

पाकिस्तान के स्ट्रैटिजिक प्लानिंग डिविजन के डॉ नईम सालिक की लिखी एक किताब 'लर्निंग टु लिव विद द बॉम्ब, पाकिस्तान 1998-2016' के विमोचन के मौके पर हक ने कहा, 'यह चिंताजनक है कि ऐसा भारतीय जनता पार्टी की कट्टर हिंदुत्व एजेंडे वाली सरकार की पृष्ठभूमि में हो रहा है।'

पाकिस्तान की परेशानी इस बात पर और बढ़ गई जब मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी ( MIT) के विपिन नारंग ने वॉशिंगटन में आयोजित इंटरनेशनल न्यूक्लियर पॉलिसी कॉन्फ्रेंस में दिए गए व्याख्यान के बाद और बढ़ गई।

और पढ़ें: अखिलेश पर बरसे मुलायम, कहा- जो पिता का न हुआ, किसी और का क्या होगा

नारंग ने कहा था, 'भारत का शुरुआती हमला पारंपरिक हमले जैसा नहीं होगा। भारत अपने दुश्मन के न्यूक्लियर मिसाइल सिस्टम को तबाह करने तक ही खुद को सीमित नहीं रखेगा। वो एक बड़ा और वृहद हमला करेगा, जिसका मकसद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के भंडार को पूरी तरह बर्बाद करना होगा। ताकि उसे पाकिस्तान के खिलाफ बार-बार जवाबी हमले न करने पड़ें और न ही उस पर जवाबी परमाणु हमलों का खतरा मंडराए। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि भारत अब पाकिस्तान को पहले हमला करने का मौका नहीं देगा।'

कुछ महीने पहले नवंबर में पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि भारत हमेशा 'नो फर्स्ट यूज' पॉलिसी पर कायम रहेगा ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा था कि भारत अब किसी भी जरूरत पड़ने पर पहले परमाणु हमला कर सकता है।

और पढ़ें: गोमती रिवर फ्रंट: अखिलेश के प्रोजेक्ट की योगी आदित्यनाथ ने दिये जांच के आदेश

जनरल हक कका कहना है कि भारत इस तरफ लगातार संकेत दे रहा है। उनके मुताबिक, भारत की तरफ से बार-बार बलूचिस्तान और गिलगिट-बाल्टिस्तान के मुद्दे उठाने, सार्क समिट में बाधा पहुंचाने, लाइन ऑफ कंट्रोल पर तनाव बढ़ाने, सर्जिकल स्ट्राइक, पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशों और देश में युद्धोन्माद के माहौल से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया।'

वहीं, डॉ सालिक ने कहा, 'हमें अपनी तरफ के खेल के साथ यह भी देखना होगा कि दूसरी तरफ क्या चल रहा है, ताकि हम उनसे (भारत) भी सीख सकें और अपनी नीतियों में बदलाव कर सकें।'

और पढ़ें: योगी सरकार राशन कार्ड में लगाएगी स्मार्ट चिप, अखिलेश की फोटो हटाई जाएगी

पाकिस्तान के मंत्री और जनरल लगातार भारत को परमाणु हमले की धमकी देता रहता है। भारत में भी विशेषज्ञों का मानना है कि परमाणु हथियारों की 'पहले इस्तेमाल' न करन े की निती पर विचार करना चाहिये।

और पढ़ें: यूपी में योगी सरकार ने सैफुल्ला एनकाउंटर में मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश दिए

और पढ़ें: बीजेपी पर ओवैसी का तंज, कहा- यूपी में गाय मम्मी, पूर्वोत्तर में यम्मी'

Source : News Nation Bureau

pakistan INDIA nuclear weapons
      
Advertisment