logo-image

आतंक पर बेनकाब पाक, 26/11 हमले की सुनवाई से जुड़े चीफ प्रॉसेक्यूटर को पाकिस्तान ने हटाया

पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 'सरकारी रुख से इतर' जाने की वजह से मुंबई टेरर अटैक केस से जुड़े चीफ प्रॉसेक्यूटर को इस मामले से हटा दिया गया है।

Updated on: 29 Apr 2018, 11:36 PM

highlights

  • मुंबई टेरर अटैक केस से जुड़े चीफ प्रॉसेक्यूटर को पाकिस्तान ने हटाया
  • पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 'सरकारी रुख से इतर' जाने की वजह से हटाया

नई दिल्ली:

आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर से बेनकाब हुआ है।

पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 'सरकारी रुख से इतर' जाने की वजह से मुंबई टेरर अटैक केस से जुड़े चीफ प्रॉसेक्यूटर को इस मामले से हटा दिया गया है।

पाकिस्तान सरकार की यह कोशिश मुंबई हमले के गुनाहगारों को न्याय के दायरे में लाए जाने की भारत की कोशिशों को झटका देने वाला है।

नवंबर 2008 में समुद्र के रास्ते लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकी मुंबई में घुस आए थे और 166 लोगों की हत्या कर दी थी। इस आतंकी हमले में 300 से अधिक लोग घायल हुए थे।

मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया को बताया, 'गृह मंत्रालय ने फेडरल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एफआईए) के स्पेशल प्रॉसेक्यूटर चौधरी अजहर को इस मामले से हटा दिया है। अजहर 2009 से इस मामले में सरकारी वकील थे।'

उन्होंने कहा, 'अजहर को केवल मुंबई हमले वाले केस से हटाया गया है। हालांकि वह अन्य मामलों मसलन बेनजीर भुट्टो हत्याकांड में राज्य की तरफ से दलील पेश करते रहेंगे।'

अधिकारी ने कहा कि कई मुद्दों पर अजहर का सरकार से मतभेद था। उन्होंने कहा, 'सरकार इस मामले में अपना पक्ष रखना चाहती थी और अजहर शायद ऐसा करने को तैयार नहीं थे। वह नियमों के मुताबिक इस केस में काम कर रहे थे।'

हालांकि सरकार को उनका यर रवैया पसंद नहीं आया। इस मामले में पूछे जाने पर अजहर ने कहा कि उन्हें इस केस से हटा दिया गया है।

और पढ़ें: सैन्य अभ्यास में पहली बार एक साथ शामिल होंगी भारत, पाक और चीन की सेना