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पाकिस्तान की संसद ने कश्मीरी अलगाववादियों के पक्ष में किया प्रस्ताव पारित, भारत के रुख को बताया हास्यास्पद

पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को एक स्वर में कश्मीरी अलगाववादियों के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया है। साथ ही कश्मीर पर भारत के रुख का हास्यास्पद करार दिया है। कश्मीर को भारत अपना अभिन्न हिस्सा मानता है।

Updated on: 07 Feb 2017, 12:27 AM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को एक स्वर में कश्मीरी अलगाववादियों के पक्ष में प्रस्ताव पारित किया है। साथ ही कश्मीर पर भारत के रुख का हास्यास्पद करार दिया है। कश्मीर को भारत अपना अभिन्न हिस्सा मानता है।

रेडियो पाकिस्तान के अनुसार कश्मीर मामलों के मंत्री बरजीस ताहिर ने पाकिस्तान की संसद में प्रस्ताव रखा। जिसमें "संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के मुताबिक अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे कश्मीर की जनता को राजनीतिक समर्थन, नैतिक और राजनयिक समर्थन देने की बात कही गई है।"

रेडियो पाकिस्तान ने बताया है, "प्रस्ताव में कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है के रुख को खारिज करते हुए हास्यास्पद करार दिया है। क्योंकि भारत ने खुद ही संयुक्त राष्ट्र में दोनों देशों के बीच इस विवादित मुद्दे को लेकर गया था।"

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प्रस्ताव में भारत द्वारा किये जा रहा तथाकथित मानवाधिकार के उल्लंघन की निंदा की गई है। साथ ही इस मुद्दे पर विश्व समुदाय की चुप्पी की भी आलोचना की गई है।

प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को "भारत-पाक बंटवारे का अधूरा मुद्दा" और सबसे पुराना विवाद करार दिया है।

कश्मीर एकता दिवस के मौके पर शरीफ ने रविवार को कहा था, "जम्मू-कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच मुख्य मुद्दा है। इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुसार सुलझाए बगैर इस क्षेत्र में शांति की संभावना तलाशना बेमानी होगा।"

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प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् से मांग की गई है कि वो कश्मीर के लोगों के खुद फैसला लेने के अधिकार दिलाने के लिये ठोस कदम उठाएं। साथ ही यह मांग भी की गई है कि विश्व समुदाय वहीं की गंभीर स्थिति को समझे और भारत पर वहां के लोगों के मानवाधिकार का सम्मान करने का दबाव बनाए।

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