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ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन AstraZeneca के ट्रायल को फिर से ग्रीन सिग्नल

वायरस ऑक्सफोर्ड टीकाऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने कहा है कि औषधि कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के लिए परीक्षण को वह बहाल करेगा.

Updated on: 12 Sep 2020, 10:16 PM

लंदन:

ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) फिर से एस्‍ट्राजेनेका कोरोना वायरस वैक्‍सीन के ट्रायल (AstraZeneca Corona virus Vaccine Trial) को शुरू करेगी. वैक्सीन के ट्रायल को मेडिसिंस हेल्थ रेगुलेटरी अथॉरिटी (MHRA) से हरी झंडी मिल गई है. बता दें कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की तबीयत खराब होने के बाद पहले यूके (UK) और फिर दुनिया भर में वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया था. 

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और औषधि कंपनी एस्ट्राजेनेका ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस का टीका विकसित करने के लिए ब्रिटेन में परीक्षण को बहाल कर दिया गया है. औषधि क्षेत्र के नियामक एमएचआरए द्वारा परीक्षण को सुरक्षित बताए जाने के बाद यह परीक्षण बहाल किया गया है. पिछले दिनों परीक्षण के दौरान एक मरीज में टीके का दुष्प्रभाव सामने आने के बाद इसे रोक दिया गया था.

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका ने कहा कि वे चिकित्सा संबंधी सूचनाओं का खुलासा नहीं कर सकते, लेकिन पुष्टि करते हैं कि स्वतंत्र जांच में परीक्षण को सुरक्षित बताया गया. एस्ट्राजेनेका ने एक बयान में कहा कि एमएचआरए द्वारा परीक्षण को सुरक्षित बताए जाने के बाद एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के टीके ‘एजेड1222’ के परीक्षण को बहाल कर दिया है.

एस्ट्राजेनेका ने कहा कि वह अपने अध्ययन में सर्वश्रेष्ठ मानकों को अपनाते हुए भागीदारों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है. एस्ट्राजेनेका ने कहा कि कंपनी दुनिया भर में स्वास्थ्य प्राधिकारों के साथ काम जारी रखेगी और उन्हें बताएगी कि अन्य परीक्षणों को कब बहाल किया जा सकता है.

दुनियाभर में इस टीके के परीक्षण को छह सितंबर को रोक दिया गया था और मानक समीक्षा प्रक्रिया शुरू की गई. इस संबंध में ब्रिटेन की कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली और एमएचआरए को ब्रिटेन में परीक्षण को बहाल करने के लिए सुरक्षित बताया. कंपनी ने कहा कि परीक्षण में शामिल सभी अनुसंधानकर्ताओं और भागीदारों को प्रासंगिक सूचनाओं से अवगत कराया जाएगा.

टीका विकसित करने के लिए औषधि कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ करार किया है. इसी के तहत कोरोना वायरस का टीका विकसित करने का काम चल रहा है. पहले और दूसरे दौर के परीक्षण में पाया गया कि सकारात्मक नतीजे मिले हैं और टीका की बदौलत मरीज में मजबूत एंटीबॉडी भी तैयार हुई.