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फिलीपींस : सुपर टाइफून 'राय' से दशहत, 45 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला

सिरगाओ द्वीप के पास पहुंचने के कुछ देर बाद हवा की गति 195 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है

Updated on: 16 Dec 2021, 03:33 PM

highlights

  • इस साल देश में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान होगा
  • इससे क्षेत्र में बाढ़ और बारिश का खतरा बना हुआ है

नई दिल्ली:

फिलीपींस में हजारों लोगों ने अपने घरों और समुद्र तट के पास बने रिजॉर्ट्स को छोड़ दिया है क्योंकि सुपर टाइफून 'राय' का अलर्ट जारी किया गया हैै. गुरुवार को मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि तूफान तटीय भाग में भारी तबाही मचा सकता है. राज्य की मौसम एजेंसी के अनुसार शक्तिशाली तूफान 185 किलोमीटर (115 मील) प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है. यह विशाल द्वीपसमूह के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा था. इस दौरान चेतावनी जारी की गई है कि लोकप्रिय पर्यटन स्थल सिरगाओ द्वीप के पास पहुंचने के कुछ देर बाद हवा की गति 195 किलोमीटर प्रति घंटे तक तेज हो सकती है. यह तूफान शनिवार तक देश में पहुंचने की संभावना है। 

एजेंसी के अनुसार ये इस साल देश में आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान होगा. फिलीपींस में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज के    प्रमुख अल्बर्टो बोकेनेग्रा ने बताया कि "यह मॉनेस्टर तूफान भयावह है और तटीय समुदायों को भारी नुकसान पहुंचा सकता है. "हम बहुत चिंतित हैं कि जलवायु परिवर्तन टाइफून को और अधिक क्रूर और अप्रत्याशित बना रहा है."

मौसम ब्यूरो ने चेतावनी दी कि इससे क्षेत्र में बाढ़ और बारिश का खतरा बना हुआ है. भूस्खलन के साथ-साथ "संरचनाओं और वनस्पतियों को काफी नुकसान" पहुंच सकता है. राष्ट्रीय आपदा एजेंसी ने कहा कि प्रशांत महासागर में आए तूफान के कारण 45 हजार से ज्यादा लोगों ने आपातकालीन आश्रय की मांग की.

अभी भी निकासी जारी 

सुरक्षित निकाले गए लोगों में देश के प्रसिद्ध समुद्र तटों और क्रिसमस से पहले गोता लगाने वाले घरेलू पर्यटक भी शामिल थे. विदेशी यात्रियों को अभी भी कोविड-19 प्रतिबंधों के तहत फिलीपींस में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है. सिरगाओ में पर्यटकों द्वारा शूट किए गए वीडियो में पेड़ों को हवा में लहराते हुए दिखाया गया है. दापा शहर में, एक खेल परिसर के फर्श पर सोए परिवार एक अस्थायी निकासी केंद्र में बदल गया. फिलीपींस में हर साल औसतन 20 तूफान आते हैं, जिसके कारण यहां पर बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचता है।