पाकिस्तान में 100 से अधिक संसद सदस्य या तो आयकर का भुगतान नहीं कर रहे हैं या पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) के साथ पंजीकृत नहीं हैं. द न्यूज ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान के 1,170 सांसदों में से 161 सांसदों ने अपनी आय पर कर का भुगतान नहीं किया है और न ही कोई कर रिटर्न दाखिल किया है. ये सांसद सामूहिक रूप से 35 अरब रुपये की संपत्ति के मालिक होने के साथ-साथ कर कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं. आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि कुछ तो कर अधिकारियों के पास पंजीकृत भी नहीं हैं.
जियो न्यूज द्वारा जांचे गए आधिकारिक दस्तावेजों से पता चला है कि 103 से अधिक सांसदों के पास 8 अरब रुपये की सामूहिक संपत्ति है, लेकिन वे सक्रिय करदाता नहीं हैं. कुछ दर्जन एफबीआर में करदाताओं के रूप में पंजीकृत भी नहीं हैं. इन 103 सांसदों में से 76 प्रमुख राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कैबिनेट में दो मंत्री हैं.
आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि ये सांसद निष्क्रिय करदाताओं की सूची में हैं. चार सांसद, जो सक्रिय करदाता नहीं हैं, ने पिछले एक दशक में दुबई, नॉर्वे और लंदन में सामूहिक रूप से लाखों डॉलर की संपत्ति खरीदी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उनमें से लगभग एक दर्जन ने देश में निर्माण कंपनियों, पेट्रोल पंप आदि जैसे व्यवसायों की घोषणा की है.
वित्त वर्ष 2018 के लिए सांसद कर निर्देशिका में कुल 1,170 सांसदों में से लगभग 323 का कर रिकॉर्ड नहीं था. एफबीआर निर्देशिका के अनुसार, वर्ष 2018-19 के लिए 847 सांसदों ने सामूहिक रूप से लगभग 1.6 अरब रुपये करों का भुगतान किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्देशिका में कुल 1,008 सांसदों के कर विवरण हैं, जबकि 161 सांसदों के कर कॉलम खाली छोड़ दिए गए हैं और कुछ नाम इस महत्वपूर्ण आधिकारिक दस्तावेज से गायब हैं.
Source : IANS