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'नया पाकिस्तान' देते-देते इमरान खान सिर्फ भुखमरी, बेरोजगारी और महंगाई की सुनामी लाए

भारत के खिलाफ उठाए गए एकतरफा फैसलों से पाकिस्तान के आर्थिक हालात और दयनीय हो गए हैं. जाहिर है विपक्ष इस मौके की आड़ में उन पर चौतरफा हमला कर रहा है.

Updated on: 19 Aug 2019, 06:41 PM

highlights

  • पाकिस्तान में बतौर प्रधानमंत्री इमरान खान के एक साल पूरे.
  • सरकार के रिपोर्टकार्ड को समग्र विपक्ष ने किया खारिज.
  • मरियम नवाज ने इमरान खान की धज्जियां बिखेरी.

नई दिल्ली.:

केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद खिसियाए पाकिस्तान की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वैश्विक रूप देने की 'नापाक' कोशिशों के बाद उन पर इस मसले को दि्वपक्षीय तरीके से सुलझाने का दबाव बढ़ गया है. इसके साथ ही घरेलू मोर्चे पर भी उन्हें नई-नई चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है. खासकर भारत के खिलाफ उठाए गए एकतरफा फैसलों से पाकिस्तान के आर्थिक हालात और दयनीय हो गए हैं. जाहिर है विपक्ष इस मौके की आड़ में उन पर चौतरफा हमला कर रहा है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की प्रवक्ता मरियम नवाज ने तो इमरान खान को झूठों का सरताज बताते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व के एक साल में पाकिस्तान में भुखमरी, महंगाई और बेरोजगारी की सुनामी आ गई है.

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'इमरान तोड़ेंगे झूठ के सारे रिकॉर्ड'
गौरतलब है कि भारत से जम्मू-कश्मीर पर तनाव के चरम दौर के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बतौर इमरान खान ने एक साल पूरे कर लिए हैं. इस मौके पर पाकिस्तान के विपक्षी दलों समेत पत्रकारों और आवाम ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. पाकिस्तान की इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ सरकार पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा, नाकाबिल पीटीआई सरकार अपने संबोधन में अपनी असफलताओं की कहानी सुनाएगी और 'सिलेक्टेड पीएम इमरान खान' झूठ के सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे.

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इमरान का रिपोर्ट कार्ड खारिज
इमरान खान सरकार ने एक साल के कामकाज की रिपोर्ट पेश की जिसे विपक्ष ने सिरे से खारिज कर दिया. पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम ने सरकार से सवाल किया कि काला धन वापस लाने का दावे का क्या हुआ? मरियम ने आगे कहा कि सरकार का प्रदर्शन केवल अंडे, मुर्गे और बकरियों तक ही सीमित रहा. मरियम ने इमरान को घेरते हुए कहा, 'लोगों के वोट की चोरी किए हुए उन्हें एक साल हो गया है लेकिन पीएम अभी भी बिल्कुल संतुष्ट हैं. हम इकलौते ऐसे देश हैं जिसकी वृद्धि दर चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के बावजूद 5.8 फीसदी है. एक साल के भीतर ही भुखमरी, महंगाई और बेरोजगार की सुनामी आ गई है.'

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15 करोड़ लोगों ने नौकरी गंवाई
मरियम ने कहा, इमरान कहा करते हैं कि अगर नेता चोर होते तो लोग टैक्स नहीं भरते, लेकिन टैक्स कलेक्शन में 600 अरब रुपए का घाटा दिख रहा है. पाकिस्तानी रुपया कमजोर होकर डॉलर के मुकाबले 160 रुपए का हो गया है. यह अब तक की सबसे अयोग्य सरकार है. एक साल में 15 करोड़ लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई और उनकी सरकार में केवल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा संगठन (आईएमएफ) की टीम को ही रोजगार मिला. दरअसल, इमरान खान की सरकार में आईएमएफ के कई पूर्व सदस्यों को शामिल किया गया है जिसे लेकर मरियम ने तंज कसा.