अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने विदाई भाषण में मुसलमानों के साथ भेद-भाव को खारिज करते हुए कहा कि वो भी उतने ही देश भक्त हैं। उन्होंने रंगभेद, नस्लवाद, असमानता और विभाजनकारी राजनीति को देश के लिये खतरा करार दिया।
रराष्ट्रपति ओबामा ने अमेरिका के लोगों को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
हाल ही में संपन्न हुए चुनावों के दौरान अमेरिकी मुसलमानों को लेकर अमेरिका में शंकाएं व्यक्त की गई थी और उनकी अमेरिका के प्रति निष्ठा पर भी सवाल उठाया गया था। उन्होंने कहा, "अमेरिकी मुसलमानों के साथ होने वाले भेद-भाव को वो स्वीकार नहीं कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि हमें बाहरी आक्रमण को लेकर सतर्क रहना चाहिए। हमें अपने उन मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए जिनकी वजह से हम वर्तमान दौर में पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा, "नस्लवाद हमारे समाज में आज भी विभाजनकारी ताकत के रूप में आज भी मौजूद है... 10, 20 या 30 साल पहले नस्लों को लेकर जो समस्या होती थीं, वो आज के दौर में कम हुई हैं।"
ओबामा आठ साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर रहे। हाल ही में हुए चुनावों के बाद रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप जीते हैं और 20 जनवरी को ओबामा का कार्यकाल समाप्त होगा और ट्रंप अमेरिका की सत्ता संभालेंगे।
ओबामा ने ट्रंप को विश्वास दिलाया कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्वक तरीके से और बिना बाधा के होगा। उन्होंने कहा, 'आने वाले 10 दिनों में अमेरिका सत्ता परिवर्तन का गवाह बनेगा, मुझे खुशी है कि सबकुछ शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है।'
आतंकवाद पर ओबामा ने कहा कि उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को ठोस कानूनी आधार प्रदान करने के लिए काम किया। साथ ही कहा कि उनके कार्यकाल में आतंकी हमला नहीं हुआ।
प्रजातंत्र को मज़बूत करने के लिये ओबामा ने अमेरिकी जनता को सलाह दी और कहा, 'प्रजातंत्र की बुनियादी विशेषता एकता होती है। हम गिरते हैं फिर उठते हैं, और लोकतंत्र अपनी चाल से चलता रहता है।' उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए काम करना हमेशा से मुश्किल रहा है।
Source : News Nation Bureau