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आर्थिक संकट से बदहाल श्रीलंका में अब टोकन नंबर से मिलेगा पेट्रोल-डीजल

एक दिन पहले ऊर्जा मंत्री ने घोषणा की थी कि देश को इस हफ्ते और अगले सप्ताह के लिए निर्धारित पेट्रोल, डीजल और कच्चे तेल की खेप नहीं मिलेगी.

Updated on: 26 Jun 2022, 08:33 PM

highlights

  • लोगों को पहले अपने मोबाइल नंबर दर्ज कराने होंगे पंप पर
  • आपूर्ति बाधित होने से ईंधन केवल सीमित मात्रा में उपलब्ध

कोलंबो:

श्रीलंका की ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा ने रविवार को कहा कि सीमित स्टॉक उपलब्ध होने के कारण देश भर के फ्यूल ईंधन स्टेशन सोमवार से उपभोक्ताओं के लिए टोकन जारी करेंगे. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार कोलंबो में पत्रकारों से बात करते हुए, विजेसेकेरा ने कहा कि श्रीलंकाई सेना और पुलिस की सहायता मांगी गई है. जनता को पेट्रोल और डीजल भरने के लिए टोकन नंबर दिए जाएंगे, क्योंकि ईंधन केवल सीमित मात्रा में ही उपलब्ध है. विजेसेकेरा ने जनता से अनुरोध किया कि वे नजदीकी फिलिंग स्टेशनों पर अपने मोबाइल नंबर दर्ज कराएं, ताकि उन्हें सूचित किया जा सके.

ईंधन की डिलीवरी बाधित होने से संकट गहराया
एक दिन पहले ऊर्जा मंत्री ने घोषणा की थी कि देश को इस हफ्ते और अगले सप्ताह के लिए निर्धारित पेट्रोल, डीजल और कच्चे तेल की खेप नहीं मिलेगी. मंत्री ने कहा कि आपूर्तिकर्ताओं ने राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन आयातक और वितरक सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (सीपीसी) को सूचित किया है कि वे बैंकिंग और लॉजिस्टिक कारणों से निर्धारित डिलीवरी नहीं करेंगे. विजेसेकेरा ने कहा कि अगली खेप आने तक सार्वजनिक परिवहन, बिजली उत्पादन और उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी, इसलिए अगले कुछ दिनों तक ईंधन स्टेशनों पर डीजल और पेट्रोल का सीमित स्टॉक वितरित किया जाएगा.

भारत परियोजनाओं के जरिये कर रहा निवेश
इस बीच भारत अधिक ऋण देने की बजाय श्रीलंका में अपनी परियोजनाओं को तेजी से लागू करने पर जोर दे रहा है. 23 जून को कोलंबो में राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान विदेश सचिव विनय क्वात्रा के नेतृत्व में चार सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इस पर जोर दिया. संडे टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मन्नार-पूनरिन पवन ऊर्जा संयंत्रों को अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, वेस्ट कंटेनर टर्मिनल, (जिसमें अदानी पोर्ट्स की एक नियंत्रित हिस्सेदारी है) और भारत के राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के साथ सम्पुर में प्रस्तावित संयुक्त उद्यम सौर ऊर्जा संयंत्र उन परियोजनाओं में से हैं.