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अब फेसबुक को मिलेगा नया नाम, जानिए मार्क जकरवर्ग ने क्यों लिया ये फैसला  

मेटावर्स पर फेसबुक ही नहीं, बल्कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियां इन्वेस्ट कर रही हैं. सीधे शब्दों में आप इसे वर्चुअल रियलिटी की तरह समझ सकते हैं.

Updated on: 20 Oct 2021, 06:50 PM

highlights

  • फेसबुक मेटावर्स को ही भविष्य मान रही है
  • फेसबुक यह सब सोशल मीडिया को टक्कर देने के लिए कर रहा है
  • मेटावर्स पर दुनिया की कई बड़ी कंपनियां इन्वेस्ट कर रही हैं

नई दिल्ली:

फेसबुक जल्द ही नए नाम के साथ आपके सामने होगा, कंपनी को रिब्रांड करने की तैयारी चल रही है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग 28 अक्टूबर को कंपनी के सालाना जलसे में फेसबुक के नए नाम का ऐलान कर सकते हैं. दरअसल, मेटावर्स पर ध्यान देने के लिए फेसबुक एक नए नाम के साथ कंपनी को रीब्रांड करने की तैयारी कर रहा है. फेसबुक यह सब सोशल मीडिया को टक्कर देने के लिए कर रहा है. जिससे फेसबुक सोशल मीडिया से भी आगे निकल सके.  

फेसबुक मेटावर्स को ही भविष्य मान रही है. कंपनी ने रविवार यानि 17 अक्टूबर को घोषणा की है कि वो यूरोप में अगले पांच साल में 10,000 नौकरियों की भर्ती करने की तैयारी कर रहा है. ताकी कंपनी मेटावर्स बनाने में इनकी मदद ले सके. कंपनी ने एक महीने पहले यह भी घोषणा की थी कि AR और VR के चीफ आंद्रे बोसवर्थ को चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के रूप में प्रमोट किया जाएगा. फेसबुक में पहले से ही 10,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं जो AR ग्लास जैसे कंज्यूमर हार्डवेयर बनाते हैं. इसे लेकर जकरबर्ग का मानना ​​है कि ये स्मार्टफोन की तरह पॉपुलर होगा.

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जुलाई में, जकरबर्ग ने कहा था कि फेसबुक का भविष्य वर्चुअल मेटावर्स में है. इसमें यूजर्स अंदर रहेंगे, काम करेंगे और खेलेंगे भी. मेटावर्स पर फेसबुक ही नहीं, बल्कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियां इन्वेस्ट कर रही हैं. सीधे शब्दों में आप इसे वर्चुअल रियलिटी की तरह समझ सकते हैं.

बहरहाल, रीब्रांडिंग को लेकर जानकारी एक ऐसे समय में मिली है जब फेसबुक को कई घोटालों पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इसमें एक व्हिसलब्लोअर, फ्रांसेस हॉगेन द्वारा लीक किए गए आंतरिक दस्तावेजों की एक सीरीज शामिल है.