'कोरोना हमले' के लिए चीन पर मुकदमे की मंजूरी वाला विधेयक अमेरिका में पेश

कांग्रेस में ऐसा विधेयक पेश करने की घोषणा की जिससे अमेरिकी नागरिक कोरोना वायरस (Corona Virus) वैश्विक महामारी के कारण हुई मौत और आर्थिक नुकसान के लिए हर्जाना हासिल करने के लिए संघीय अदालत में चीन पर मुकदमा कर सकेंगे.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Dan Crenshaw Corona Virus

विधेयक को प्रतिनिधि सभा में डैन क्रेनशा ने पेश किया.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

अमेरिका (America) के दो सांसदों ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस में ऐसा विधेयक पेश करने की घोषणा की जिससे अमेरिकी नागरिक कोरोना वायरस (Corona Virus) वैश्विक महामारी के कारण हुई मौत और आर्थिक नुकसान के लिए हर्जाना हासिल करने के लिए संघीय अदालत में चीन पर मुकदमा कर सकेंगे. इस विधेयक को सीनेट (US Senate) में टॉम कॉटन और प्रतिनिधि सभा में डैन क्रेनशॉ ने पेश किया. अगर यह पारित होता है और कानून में तब्दील होता है तो इस महामारी से निपटने में चीन द्वारा हुए नुकसान के लिए विदेशी संप्रभु प्रतिरक्षा अधिनियम में संशोधन करेगा.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः Covid-19: रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी कटौती का ऐलान किया, NPA नियमों में बैंकों को राहत10 बड़ी बातें

अमेरिका को मिलेगा चीन पर मुकदमे का अधिकार
इस विधेयक से अमेरिका को चीन पर मुआवजे के लिए मुकदमा करने का अधिकार मिल जाएगा. अगर अमेरिका और चीन इन दावों के निपटारे के लिए समझौता करते हैं, तो निजी मुकदमों को खारिज किया जा सकता है. कॉटन ने कहा, 'कोरोना वायरस के बारे में दुनिया को आगाह करने की कोशिश करने वाले डॉक्टरों और पत्रकारों को चुप कराकर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने विश्वभर में तेजी से विषाणु को फैलने दिया.' उन्होंने कहा, 'वायरस को छिपाने के उनके फैसले से हजारों लोगों की बेवक्त मौत हुई और भारी आर्थिक नुकसान हुआ. यह उचित है कि हम इस नुकसान के लिए चीनी सरकार को जवाबदेह ठहराएं.'

यह भी पढ़ेंः डोनाल्ड ट्रम्प ने Lockdown हटाने की योजना पेश की, गवर्नरों को दिए राज्‍यों में पाबंदियां हटाने का अधिकार

वुहान से निकला कोरोना वायरस
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मंत्रिमंडल कोरोना वायरस से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच कराना चाहता है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि चीन के वुहान में चमगादड़ों पर हो रहे अनुसंधान से कोरोना विषाणु की उत्पत्ति हुई. बीजिंग ने कहा था कि वुहान में जानवरों के बाजार में मनुष्य इस विषाणु से संक्रमित हुआ होगा, लेकिन वॉशिंगटन पोस्ट और फॉक्स न्यूज ने गुमनाम स्रोतों के हवाले से बताया कि कोरोना वायरस एक संवेदनशील जैव अनुसंधान केंद्र से दुर्घटनावश बाहर आया होगा.

यह भी पढ़ेंः Coronavirus (Covid-19) से लड़ाई में सुपरपावर अमेरिका और इटली को पीछे छोड़ सबसे आगे निकला भारत

अमेरिका कर रहा पूरी जांच
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने फॉक्स न्यूज से कहा, 'हम हर चीज की पूरी जांच कर रहे हैं ताकि हम यह जान सकें कि विषाणु बाहर कैसे आया और दुनियाभर में कैसे फैला और आज इसने अमेरिका और पूरी दुनिया में इतनी तबाही मचाई है और इतने लोगों की जान ली है.' उन्होंने खबरों को खारिज नहीं किया और कहा कि अमेरिका जानता था कि वुहान की प्रयोगशाला में अति संक्रामक सामग्री है.

यह भी पढ़ेंः रमजान से पहले असदुद्दीन औवेसी ने मुस्लिमों से की नमाज के लिए ये अपील

जानकारी होती तो तबाही से बचा जा सकता था
पॉम्पियो ने कहा, 'खुली मानसिकता वाले और पारदर्शी देश इतने सक्षम होते हैं कि चीजों को नियंत्रण में रख सकें और सुरक्षित रहें. वे बाहरी लोगों को अनुमति देते हैं ताकि वे आश्वस्त हो सकें कि सभी प्रक्रिया सही है.' उन्होंने कहा, 'काश ऐसा यहां भी होता. हमें इसके बारे में और जानकारी होती और हम आज यह भी जान पाते कि वहां क्या हुआ.' चीन की प्रयोगशाला की खबरों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा कि उन्हें बहुत सारी कहानियां सुनने को मिल रही हैं और अमेरिका गहन छानबीन कर रहा है. ट्रंप ने लगातार कोरोना वायरस संकट के लिए चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन को जिम्मेदार ठहराया है.

HIGHLIGHTS

  • अमेरिकी सांसद विधेयक पारित होने पर संघीय अदालत में चीन पर मुकदमा कर सकेंगे.
  • वायरस को छिपाने से हजारों लोगों की बेवक्त मौत हुई और हुआ भारी आर्थिक नुकसान.
  • इसके अलावा ट्रंप प्रशासन कोरोना से जन्मी महामारी की उत्पत्ति की जांच भी चाहता है.
Sue covid-19 china America corona spread Corona Virus Lockdown
      
Advertisment