logo-image

उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल, तो दक्षिण कोरिया ने भी किया परीक्षण

उत्तर कोरिया द्वारा समुद्र में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लांच करने के घंटों बाद दक्षिण कोरिया की सेना ने पूर्वी सागर के आसपास जमीन, समुद्र और हवा से मिसाइलें दागीं.

Updated on: 25 Mar 2022, 11:05 AM

highlights

  • रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच उत्तर कोरिया ने दागी मिसाइल
  • जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी किए कई मिसाइल टेस्ट

सियोल:

रूस-यूक्रेन युद्ध को लगभग महीने भर हो चुके हैं. इस युद्ध ने अमेरिका समेत नाटो देशों को एक तरफ ला खड़ा किया है, तो रूस को लेकर भी लामबंदी हुई है. वैश्विक स्तर पर इस तनातनी के बीच उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर की ओर एक लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. इसके जवाब में दक्षिण कोरिया के सशस्त्र बलों ने गुरुवार को उत्तर कोरिया के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में अपनी कुछ प्रमुख मिसाइलों को शामिल करते हुए एक संयुक्त लाइव-फायर अभ्यास किया. जाहिर है खतरनाक मिसाइलों के परीक्षण से कोरियाई देशों में भी तनाव बढ़ गया है.  

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया ने प्रोजेक्टाइल को प्रक्षेपित किया है. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने यह कदम चार तोपखाने से पीले सागर में दागे जाने के चार दिन बाद उठाया है, जाहिर तौर पर प्योंगयांग के उत्तर में सुकचोन से कई रॉकेट लांचरों का उपयोग कर रहा है. आशंका जताई जा रही है कि उत्तर कोरिया ने जनवरी में परमाणु और आईसीबीएम परीक्षणों पर लगी रोक हटाने की धमकी के बाद परीक्षण तेज कर दिए हैं. 

उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया के सशस्त्र बलों ने गुरुवार को उत्तर कोरिया के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में अपनी कुछ प्रमुख मिसाइलों को शामिल करते हुए एक संयुक्त लाइव-फायर अभ्यास किया. यह जानकारी संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने दी. योनहाप न्यूज एजेंसी ने जेसीएस के हवाले से कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा समुद्र में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लांच करने के घंटों बाद दक्षिण कोरिया की सेना ने पूर्वी सागर के आसपास जमीन, समुद्र और हवा से मिसाइलें दागीं. इनमें जमीन पर मार करने वाली एक ह्यूनमू-2 मिसाइल, एक आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएएसीएमएस) मिसाइल के साथ-साथ एक हेसुंग-द्वितीय जहाज से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल और दो जेडीएएम हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल शामिल हैं. जाहिर है दक्षिण कोरिया का उद्देश्य उत्तर कोरिया को एक स्पष्ट जवाबी संदेश भेजना था.