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नाइजीरिया के चर्च में जबर्दस्त फायरिंग, 50 की मौत सैकड़ों घायल

नाइजीरियाई संसद के निचले सदन के सदस्य टिमिलीन ने कहा कि कम से कम 50 लोग मारे गए हैं. हालांकि अन्य लोगों बताया है कि मृतकों की संख्या इससे ज्यादा है.

Updated on: 06 Jun 2022, 07:57 AM

highlights

  • हमले का शक देश में सक्रिय मुस्लिम आतंकियों पर
  • चर्चा है कि चर्च के पादरी को भी अगवा किया गया

अबूजा:

दक्षिण पश्चिम नाइजीरिया के एक कैथोलिक गिरजाघर में लोगों पर रविवार को हथियारबंद हमलावरों ने हमला कर दिया और विस्फोट भी किया. इस हमले में कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है. एक जन प्रतिनिधि ने यह जानकारी दी. ओगुनमोलासुयी ओलुवोले ने कहा कि हमलावरों ने ओवो राज्य के सेंट फ्रांसिस कैथोलिक गिरजाघर को निशाना बनाया. यह हमला तब किया गया जब श्रद्धालु ईसाइयों के त्योहार ‘पेंटेकोस्ट संडे’ के मौके पर वहां जमा हुए थे. ओलुवोले ने कहा कि मृतकों में कई बच्चे शामिल हैं. वह घटनास्थल और अस्पताल में भी गए, जहां घायलों का इलाज चल रहा है. अधिकारियों ने मौत के बारे में तत्काल कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है. हालांकि ऐसी भी चर्चा है कि हमलावर चर्च के पादरी को भी अगवा कर ले गए हैं. 

इस्लामी चरमपंथ से घिरा है नाइजीरिया
नाइजीरियाई संसद के निचले सदन के सदस्य टिमिलीन ने कहा कि कम से कम 50 लोग मारे गए हैं. हालांकि अन्य लोगों बताया है कि मृतकों की संख्या इससे ज्यादा है. नाइजीरिया का एक बड़ा हिस्सा इस्लामी चरमपंथ का सामना कर रहा है जबकि ओवो को नाइजीरिया का सबसे शांत राज्य माना जाता है. ये हमला किसने और क्यों किया इसकी भी कोई जानकारी नहीं है. अभी तक किसी संगठन ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. ये किसी स्थानीय ग्रुप का काम है या कोई आतंकी हमला इस बारे में भी प्रशासन साफ तौर पर कुछ भी कहने से बच रहा है.

ओवो के इतिहास की क्रूर घटना
इंटरनेट मीडिया पर हमले का शिकार हुए चर्च की फोटो आई हैं. उनमें चारों ओर खून फैला दिखाई दे रहा है. हमले का शक देश में सक्रिय मुस्लिम आतंकियों पर है. घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान छेड़ दिया है. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक नाइजीरिया के सुरक्षाकर्मी हमले को लेकर कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. इसके अलावा संदिग्धों का भी अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. ओवो शहर के जन प्रतिनिधि ओलुवोले ने इस घटना को लेकर कहा है कि ओवो के इतिहास में इतनी भयानक और क्रूर घटना कभी नहीं घटी.