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PM बनने के बाद बोरिस ने संसद में कहा, ब्रिटेन के ‘नये स्वर्ण युग’ के लिए काम करेंगे

आव्रजन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वह वीजा प्रणाली की पुरानी व्यवस्था की समीक्षा करेंगे ताकि ऑस्ट्रेलिया की तरह प्वाइंट आधारित व्यवस्था शुरू की जा सके.

Updated on: 26 Jul 2019, 06:44 AM

नई दिल्ली:

बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के सांसदों से वादा किया है कि वह 31 अक्टूबर की ब्रेक्जिट समयसीमा का पालन करने के लिए काम करेंगे. प्रधानमंत्री के तौर पर हाउस ऑफ कॉमंस में बृहस्पतिवार को अपने पहले भाषण में उन्होंने ब्रुसेल्स से कहा कि ज्यादा स्वीकार्य समझौते के लिए फिर से विचार-विमर्श करने के विरोध पर वह पुनर्विचार करे. ब्रेक्जिट को पूरा करने के वादे पर चुनाव लड़ने के बाद जॉनसन ने टेरीजा मे का स्थान लिया है. उन्होंने पुष्टि की कि यूरोपीय संघ के साथ 98 दिनों के अंदर बेहतर समझौता करेंगे.

जॉनसन ने कहा, 'हमारा मिशन 31 अक्टूबर तक ब्रेक्जिट को पूरा करना है ताकि हम ग्रेट ब्रिटेन में नवीन ऊर्जा का संचार कर सकें और इस देश को धरती पर सबसे महान स्थान बनाएं... इसे पूरा करने के लिए मैं कड़ी मेहनत करूंगा.' उन्होंने कहा, '2050 तक ऐसा हो सकता है कि हम पलटकर आज के वक्त पर गौर करें तो कह सकेंगे कि यह हमारे ग्रेट ब्रिटेन के लिए नये स्वर्ण युग की शुरुआत थी. मेरी इच्छा है कि मैं उस वक्त तक ऐसा देख सकूं भले ही मैं इस पद पर नहीं रहूंगा.' 

जॉनसन के संसद में पहले संबोधन का मुख्य मुद्दा भले ही ब्रेक्जिट रहा लेकिन उन्होंने कई विषयों पर सांसदों के सवालों के जवाब दिए. उन्होंने सड़कों पर ज्यादा पुलिस की तैनाती, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश का भी संकल्प जताया. आव्रजन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वह वीजा प्रणाली की पुरानी व्यवस्था की समीक्षा करेंगे ताकि ऑस्ट्रेलिया की तरह प्वाइंट आधारित व्यवस्था शुरू की जा सके.

ब्रुसेल्स को स्पष्ट संदेश देते हुए नये प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी टीम वैकल्पिक समझौते के लिए तैयार है और यह प्रावधान सुनिश्चित किया जाएगा कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच भविष्य के समझौते में आयरलैंड के साथ सीमा मुद्दे पर चर्चा होगी.