इजरायल में हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बुधवार को रिकॉर्ड पांचवी बार चुनाव जीतने के करीब हैं. उन्हें उनके प्रतिद्वंद्वी बेन्नी गैंट्ज ने हालांकि काफी कड़ी टक्कर दी है. अब तक हुए 97 प्रतिशत मतों की गिनती में नेतन्याहू की दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी और पूर्व सैन्य प्रमुख गांट्ज की ब्लू एंड व्हाइट गठबंधन ने 35-35 सीटों पर कब्जा किया है. द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, "लेकिन लिकुड और इसकी दक्षिणपंथी गठबंधन ने बढ़त बनाई हुई है और 120 सीट की नेसेट में 65 सीटों के साथ सबसे बड़ी ब्लॉक बनने के लिए तैयार है."
जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, यह आंकड़े तब आए हैं जब 69 वर्षीय प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. मामले में सुनवाई संभवत: जुलाई में होगी और इस पर अंतिम निर्णय इसके छह माह बाद आएगा.
चुनाव नतीजों का मतलब है कि नेतन्याहू इजरायल के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बन सकते हैं. इससे पहले यह उपलब्धि देश के संस्थापक डेविड बेन -गुरियन के पास थी. अंतिम नतीजे संभवत: शुक्रवार तक आएंगे.
एग्जिट पोल में काफी कड़े मुकाबले का संकेत दिया गया था, जिसमें कोई स्पष्ट विजेता नहीं होने की बात कही गई थी. दोनों नेताओं ने हालांकि मंगलवार रात को अपने-अपने जीत के दावे किए.
नेतन्याहू ने अपने समर्थकों, पार्टी के सदस्यों, पत्नी साराह का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, "यह बहुत बड़ी जीत की रात है. यह दक्षिणपंथी सरकार होगी, लेकिन मैं सभी के लिए प्रधानमंत्री होऊंगा. मैं बहुत आभारी हूं कि इजरायल की जनता ने पांचवी बार मुझे अपना मत दिया है."
ब्ल्यू एंड व्हाइट प्रमुख गैंट्ज(59) ने भी अपनी जीत का दावा करते हुए कहा, "हम जीत गए. इजरायल की जनता ने अपनी बात कह दी. चुनाव में विजेता और हारने वाले का निर्णय हो गया है. नेतन्याहू ने 40 सीटों का वादा किया था और वे हार गए. राष्ट्रपति यह देख सकते हैं और उन्हें विजेता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए."
Source : IANS