नेपाल ने चीनी कंपनी के साथ 1200 मेगावाट हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ा करार किया है। चारों ओर से ज़मीनी स्तर पर घिरे नेपाल का यह अब तक का सबसे बड़ा हाइड्रो प्रोजेक्ट होगा। इससे नेपाल का बिजली संकट दूर होने में काफी मदद मिलेगी।
नेपाल के ऊर्जा मंत्री ने रविवार को इसके संबंध में चीन की गिज़ूबा ग्रुप कॉरपोरेशन (सीजीजीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। इस समझौते के मुताबिक चीन की कंपनी बुधिन्दकी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के साथ विकास के लिए काम करेगी।
काठमांडू पोस्ट के मुताबिक यह समझौता नेपाल के प्रधानमंत्री के आवास पर, पद छोड़ने वाले प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड की उपस्थिति में नेपाल में चीन के राजदूत योह हॉन्ग के बीच हुआ।
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समझौते के मुताबिक, स्टोरेज प्रोजेक्ट इंजीनयरिंग, प्रॉक्यूरमेंट, कंस्ट्रक्शन और फाइनेंस ईपीसीएफ मॉडल के आधार पर बनाया जाएगा। इस समझौते के मुताबिक सीजीजीसी विकास योजना के लिए फंड जुटाएगी।
यह फंड नेपाल सरकार द्वारा स्वीकृत नियमों और शर्तों के मुताबिक सॉफ्ट लोन या फिर कमर्शियल लोन के रुप में चीन की फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल से जुटाया जाएगा। सीजीजीसी योजना को पूरी तरह विकसित करने के लिए ज़िम्मेदारी उठाएगी।
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सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए 5.33 अरब रुपये का बजट निर्धारित किया है। नेपाल में बारहमासी बिजली संकट की समस्या को सुलझाने के लिए बुधिन्दकी परियोजना को एक महत्वपूर्ण परियोजना के रूप में करार दिया गया है।
सरकार परियोजना के निर्माण के लिए धन इकट्ठा करने के लिए प्रति लीटर पेट्रोल, डीजल और विमानन ईंधन की बिक्री से 5 रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर टैक्स बढ़ा रही है।
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Source : News Nation Bureau