पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में राजनीतिक लाभ के लिए राजनयिक केबल का इस्तेमाल करने के निवर्तमान सरकार के कदम पर नाराजगी है, क्योंकि राजनयिकों ने चिंता व्यक्त की है कि यह विवाद उनके कामकाज को कमजोर करेगा।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि जिस तरह से इमरान खान सरकार ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए गुप्त और वर्गीकृत संचार का इस्तेमाल किया, उसका नकारात्मक प्रभाव आने वाले कई वर्षो तक विदेशी कार्यालय में महसूस किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि इस विवाद का पहला नकारात्मक नतीजा यह होगा कि अब विदेश में तैनात राजनयिक अपने आकलन में बहुत सावधानी बरतेंगे।
अधिकारी ने कहा, राजनयिक पाकिस्तान की आंख और कान हैं, जो उन देशों से खुलकर और ईमानदार प्रतिक्रिया देते हैं, जहां वे सेवा करते हैं।
अधिकारी ने कहा, इस तरह के ईमानदार और स्पष्ट आकलन नीति निमार्ताओं के अनुसार नीति बनाने के लिए होते हैं, लेकिन अगर सरकारें अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह के गुप्त संचार का उपयोग करना शुरू कर देती हैं, तो राजनयिक ईमानदार आकलन करने के लिए अनिच्छुक होंगे।
एक अन्य अधिकारी ने स्वीकार किया कि लगता है सरकार ने केबल मुद्दे को अनुपात से बाहर कर दिया है।
अधिकारी ने कहा, अगर विदेश कार्यालय राजनयिक केबलों को सार्वजनिक करना शुरू कर देता है, तो लोगों को उड़ा दिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि राजनयिकों के बीच इस तरह की स्पष्ट चर्चा आम है।
लेकिन एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ राजनयिक, जिन्होंने अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में भी काम किया था, ने कहा कि कुछ अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा कठोर और असामान्य थी।
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Source : IANS