11 दिसंबर को पृथ्वी पर लौटेगा नासा का ओरियन अंतरिक्ष यान

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ओरियन अंतरिक्ष यान 11 दिसंबर को पृथ्वी पर लौटेगा. अंतरिक्ष यान ने सोमवार को चंद्र सतह से लगभग 128 किलोमीटर ऊपर से गुजरते हुए अपनी वापसी संचालित फ्लाईबाई बर्न से ठीक पहले चंद्रमा के लिए अपना दूसरा और अंतिम निकट दृष्टिकोण बनाया. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा, ओरियन पृथ्वी की ओर लौट रहा है! आज टीम ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, चंद्रमा की सतह से केवल 128 किलोमीटर दूर ओरियन ने उड़ान भरी. चंद्र फ्लाईबाई ने अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का दोहन करने में सक्षम बनाया और इसे स्पलैशडाउन के लिए पृथ्वी की ओर वापस भेज दिया.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ओरियन अंतरिक्ष यान 11 दिसंबर को पृथ्वी पर लौटेगा. अंतरिक्ष यान ने सोमवार को चंद्र सतह से लगभग 128 किलोमीटर ऊपर से गुजरते हुए अपनी वापसी संचालित फ्लाईबाई बर्न से ठीक पहले चंद्रमा के लिए अपना दूसरा और अंतिम निकट दृष्टिकोण बनाया. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा, ओरियन पृथ्वी की ओर लौट रहा है! आज टीम ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, चंद्रमा की सतह से केवल 128 किलोमीटर दूर ओरियन ने उड़ान भरी. चंद्र फ्लाईबाई ने अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का दोहन करने में सक्षम बनाया और इसे स्पलैशडाउन के लिए पृथ्वी की ओर वापस भेज दिया.

author-image
IANS
New Update
NASA

(source : IANS)( Photo Credit : News Nation File )

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का ओरियन अंतरिक्ष यान 11 दिसंबर को पृथ्वी पर लौटेगा. अंतरिक्ष यान ने सोमवार को चंद्र सतह से लगभग 128 किलोमीटर ऊपर से गुजरते हुए अपनी वापसी संचालित फ्लाईबाई बर्न से ठीक पहले चंद्रमा के लिए अपना दूसरा और अंतिम निकट दृष्टिकोण बनाया. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा, ओरियन पृथ्वी की ओर लौट रहा है! आज टीम ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, चंद्रमा की सतह से केवल 128 किलोमीटर दूर ओरियन ने उड़ान भरी. चंद्र फ्लाईबाई ने अंतरिक्ष यान को चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का दोहन करने में सक्षम बनाया और इसे स्पलैशडाउन के लिए पृथ्वी की ओर वापस भेज दिया.

Advertisment

उन्होंने कहा, जब ओरियन कुछ ही दिनों में पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करेगा, तो यह अंतिम परीक्षण से पहले कहीं ज्यादा गर्म और तेज होकर वापस आएगा. ओरियन के नीचे आने के दौरान इंजीनियरों और तकनीशियनों की एक टीम कैप्सूल पर पहुंच बनाने की कोशिश करेगी और इसे जहाज के पिछले हिस्से में ले जाने की तैयारी करेंगे, जिसे वेल डेक के रूप में जाना जाता है.

नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लैंडिंग और रिकवरी डायरेक्टर मेलिसा जोन्स ने कहा, पिछले हफ्ते, हमने यूएसएस पोर्टलैंड के साथ अपना अंतिम पूर्वाभ्यास पूरा किया, जो आर्टेमिस-1 के लिए हमारा रिकवरी शिप होगा, मानवरहित ओरियन अंतरिक्ष यान ने 1970 में चालक दल द्वारा अपोलो 13 के चंद्रमा पर उतरने के निरस्त मिशन पर निर्धारित रिकॉर्ड को भी पार कर लिया.

अंतरिक्ष यान हमारे गृह से 268,563 मील (432,210 किमी) की दूरी पर आर्टेमिस-1 मिशन के दौरान पृथ्वी से सबसे दूरी पर पहुंच गया. पहले का रिकॉर्ड पृथ्वी से 248,655 मील (400,171 किमी) पर अपोलो 13 मिशन के दौरान स्थापित किया गया था.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Orion spacecraft NASA December 11
      
Advertisment