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धरती को बचाने की कवायद, NASA के डार्ट मिशन को मिली बड़ी कामयाबी

डार्ट मिशन के तहत सोमवार सुबह 4.45 मिनट पर एस्टेरॉयड डिडिमोस के चंद्रमा जैसे पत्थर डाइमॉरफोस से स्पेसक्राफ्ट टकरा गया.

Updated on: 27 Sep 2022, 09:15 AM

highlights

  • पहली बार डार्ट मिशन को पूरी तरह से कामयाबी मिली है
  • डार्ट मिशन डिडिमोस एस्टेरॉयड के चंद्रमा डाइमॉरफोस से जा टकराया
  • एस्टेरॉयड की रफ्तार और दिशा बदलने का प्रयास हो रहा

वाशिंगटन:

नासा को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पहली बार किसी प्लैनेटरी डिफेंस टेस्ट (Planetary Defense Test) यानी डार्ट मिशन (Dart Mission) को पूरी तरह से कामयाबी मिली है. अब भविष्य में धरती पर मंडराने वाले एस्टेरॉयड (Double Asteroid) के हमले को रोकने में सहायता मिल सकेगी.  इस तकनीक से धरती को बचाया जा सकेगा. वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले समय में धरती को सबसे बड़ा खतरा जलवायु परिवर्तन के साथ एस्टेराॅयड से भी है. डार्ट मिशन के तहत 27 सितंबर 2022 यानी सुबह 4.45 मिनट पर एस्टेरॉयड डिडिमोस के चंद्रमा जैसे पत्थर डाइमॉरफोस (Dimorphos) से स्पेसक्राफ्ट टकरा गया. डार्ट का मतलब है कि मिशन पूरा हुआ. इसमें स्पेसक्राफ्ट ने एस्टेराॅयड को टक्कर मारी. डाइमाॅरफोस किस दिशा में गया, इसका डेटा अभी आना बाकी है. 

डार्ट मिशन (Dart Mission) डिडिमोस एस्टेरॉयड के चंद्रमा डाइमॉरफोस (Dimorphos) से जा टकराया. अगर डाइमॉरफोस अपनी  दिशा और कक्षा में बदलाव लाता है तो भविष्य में धरती पर किसी तरह के खतरे से निपटा जा सकेगा. डार्ट मिशन के स्पेसक्राफ्ट  (Space craft) ने लगभग 22,530 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डाइमॉरफोस को टक्कर मारी. टक्कर मारने से पहले डार्ट मिशन ने डाइमॉरफोस और एस्टेरॉयड डिडिमोस के वातावरण, मिट्टी, पत्थर और सरंचना पर शोध भी किया.  

 

डिडिमोस का व्यास करीब 2600 फीट है. डाइमाॅरफोस (Dimorphos) इसके चारों ओर से चक्कर लगाता है. इसका व्यास 525 फीट है. टक्कर लगने के बाद दोनों पत्थरों की गति के साथ दिशा बदलने पर शोध किया जाएगा. नासा ने पृथ्वी के नजदीक कई सारे ऐसे आबजेक्ट पाए हैं, जो इससे टकरा सकते हैं. यानि ऐसे पत्थर जो धरती को खतरा पहुंचा सकते हैं. इनमें कुछ 460 फीट व्यास से अधिक बड़े हैं. इनमें एक एक पत्थर भी धरती पर गिरता है तो वह अमेरिका के एक राज्य को बर्बाद करने की क्षमता रखता है. 

यह मिशन इस कारण भी ऐतिहासिक रहा है, क्योकि यह पहली बार है जब  एस्टेरॉयड ( Asteroid) की रफ्तार और दिशा बदलने का प्रयास हो रहा है. इसे करने में सफलता भी पाई गई है. इससे सबंधित एक वीडियो भी जारी किया गया है. इसमें नासा की टीम इस भिड़ंत पर निगाह बनाए हुए थी. वीडियो में जैसे ही टक्कर हुई, नासा के वैज्ञानिक और इससे जुड़े कर्मियों में खुशी लहर देखने को मिली.