नागासाकी शहर के मेयर ने शुक्रवार को जापानी सरकार से परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने वाली संयुक्त राष्ट्र संधि पर तुरंत हस्ताक्षर करने का आग्रह किया. अमेरिका ने 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम का इस्तेमाल किया था, नागासाकी शहर ने अपने पर हुए परमाणु बमबारी की 74वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह आग्रह किया. वाशिंगटन ने दुनिया में पहला परमाणु हमला जपान के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिरा कर किया था.
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समाचार एजेंसी क्योदो के अनुसार, इसके तीन दिन बाद, 9 अगस्त 1945 को ठीक सुबह 11.02 बजे एक अमेरिकी बमवर्षक विमान ने एक प्लूटोनियम-कोर परमाणु बम, जिसका कोडनेम 'फैट मैन' था, उसे जापान के दक्षिण-पश्चिमी शहर पर गिराया. इसी भयावह घटना के मौके पर ठीक सुबह 11.02 बजे नागासाकी में एक क्षण का मौन रखा गया.
नागासाकी के मेयर तोमिहिसा ताऊ ने कहा, 'जपान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जिसने परमाणु बम से होने वाले विनाश को देखा है. इसलिए जापान को चाहिए कि वह जितना जल्दी हो सके उतने जल्दी परमाणु हथियारों को निषेध बनाने वाली संधि पर हस्ताक्षर करे.'
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मेयर ने पीस पार्क में आयोजित वार्षिक समारोह में बात की, जिसमें 5,200 लोगों और 70 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. समारोह में सभी पांच मान्यता प्राप्त परमाणु शक्तियां- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस व अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र और यूरोप यूनियन के प्रतिनिधी शामिल रहे.