म्यांमार युद्धविराम की अवधि 2022 के अंत तक बढ़ाएगा
म्यांमार युद्धविराम की अवधि 2022 के अंत तक बढ़ाएगा
यांगून:
म्यांमार की सेना ने 2022 के अंत तक जातीय सशस्त्र समूहों के साथ अपने संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के से यह जानकारी मिली।समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य प्रशासन परिषद के अध्यक्ष और रक्षा सेवाओं के कमांडर-इन-चीफ सीनियर जनरल मिन आंग हलिंग ने शुक्रवार को ने पी ताव में कंबोडिया के प्रधानमंत्री समदेच टेको हुन सेन के साथ बैठक के दौरान इस कदम की घोषणा की।
पिछले साल, सेना ने देश में कोविड -19 का मुकाबला करने और देश में शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने के प्रभावी प्रयासों को सक्षम करने के लिए 1 अक्टूबर, 2021 से इस साल 28 फरवरी तक सैन्य अभियानों के निलंबन को पांच महीने आगे बढ़ाने की घोषणा की थी।
अक्टूबर 2015 में शुरू होने के बाद से अब तक 10 जातीय सशस्त्र समूहों ने सरकार के साथ राष्ट्रव्यापी संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
कंबोडिया के विदेश मंत्री प्राक सोखोन कहा कि हुन सेन ने म्यांमार की दो दिवसीय यात्रा के दौरान मिन आंग हलिंग के साथ साझा हित और चिंताओं के कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की है।
राष्ट्रपति यू विन मिंट और स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ-साथ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के अन्य अधिकारियों के 1 फरवरी, 2021 को सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद म्यांमार ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी।
आपातकाल की घोषणा के बाद राज्य की सत्ता कमांडर-इन-चीफ ऑफ डिफेंस सर्विसेज सीनियर जनरल मिन आंग हलिंग को हस्तांतरित कर दी गई थी।
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