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कंधार हाईजैक के मास्टरमाइंड के बेटे मुल्ला याकूब को बनाया गया रक्षा मंत्री

मुल्ला उमर IC-814 हाईजैकिंग का मास्टरमाइंड था. मोहम्मद याकूब इसी खूंखार आतंकी का बेटा है. याकूब को तालिबान का रक्षा विभाग सौंपा गया है.

Updated on: 09 Sep 2021, 07:12 AM

highlights

  • मुल्ला मोहम्मद याकूब को बनाया गया रक्षा मंत्री
  • IC-814 हाईजैकिंग के मास्टर माइंड उमर का याकूब बेटा है
  • तालिबान का सैन्य विभाग संभाल रहा था मोहम्मद याकूब 

नई दिल्ली :

अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) ने अंतरिम सरकार बना ली है. तालिबान (Taliban) की नई सरकार में कई खूंखार आतंकवादी भी शामिल है. जिसमें एक नाम मुल्ला मोहम्मद याकूब का भी है. जिसे रक्षा मंत्री बनाया गया है. मुल्ला मोहम्मद याकूब ,मुल्ला उमर का बेटा है. मुल्ला उमर तालिबान का संस्थापक होने के साथ-साथ  IC-814 हाईजैकिंग का मास्टरमाइंड था. मोहम्मद याकूब इसी खूंखार आतंकी का बेटा है. याकूब को तालिबान का रक्षा विभाग सौंपा गया है. मुल्ला मोहम्मद याकूब को मई 2021 में तालिबान सैन्य आयोग का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया था. 

तालिबान की सुप्रीम काउंसिल ने मोहम्मद याकूब को तालिबान की मिलिट्री विंग का कमांडर नियुक्त किया था. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक याकूब समूह का नेता बनने की महत्वाकांक्षा रखता है. वहीं सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह विभाग दिया गया है. हक्कानी और मुल्ला याकूब दोनों अफगानिस्तान में एक ऐसी सरकार चाहते थे जिसका सैन्य नजरिया हो. जहां नेतृत्व सेना के पास रहे. 

याकूब अखुंदजादा का बेहद करीबी रहा है

कहा जाता है कि सिराजुद्दीन हक्कानी रक्षा मंत्री का पद चाहता था. हक्कानी और याकूब के बीच इसे लेकर खींचतान भी हुई. लेकिन यह पद याकूब के हिस्से आया. कहा जाता है कि मुल्ला याकूब मदरसे में शेख हिबतुल्ला अखुंदजादा का छात्र था और उसका बेहद करीबी था. शेख हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने हमेशा याकूब का सम्मान किया. इसके पीछे की वजह उसके पिता थे जो कि तालिबान के संस्थापक थे. 30 साल का याकूब सैन्य नेतृत्व करते हुए पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया. कहा जाता है कि वो बेहद ही कम सोता था. दवाईयों पर निर्भर रहता था. जिसे लेकर तालिबान के वरिष्ठ नेता उसे ज्यादा तनाव लेने से मना करते थे.

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1999 में किया था इंडियन एयरलाइंस का विमान हाईजैक

 याकूब के पिता और तालिबान के संस्थापक उमर 1999 में इंडियन एयरलाइंस विमान को हाईजैक कर लिया था. भारतीय जेल में बंद जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, मृत आतंकी समूह अल उमर मुजाहिदीन के नेता, मुश्ताक अहमद जरगर और ब्रिटिश मूल के अल-कायदा नेता अहमद उमर सईद शेख को रिहा कराने के लिए उसने विमान को हाईजैक कराया था.

सात दिनों तक यात्रियों को रखा था कैद

विमान का अपहरण करने वाले आतंकियों ने 176 यात्रियों को सात दिनों तक बंधक बनाकर रखा था. जिस विमान को हाईजैक किया गया था वो काठमांडू से उड़ान भरी थी और दिल्ली की ओर जा रही थी, लेकिन उसमें पहले से ही सवार आतंकियों ने उसे हाईजैक कर लिया और अफगानिस्तान के कंधार लेकर चले गए. इसमें पाकिस्तान के आईएसआईएस का भी हाथ था.