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कश्मीर और फिलिस्तीन के लिए हैं परमाणु बम, मौलाना सांसद ने कहा गिरा दो

मौलाना चित्राली ने संसद में दिए अपने भाषण में कहा कि फिलिस्‍तीन और कश्‍मीर की आजादी के लिए सरकार परमाणु बम और मिसाइलों का इस्‍तेमाल करने से नहीं हिचके.

Updated on: 19 May 2021, 10:13 AM

highlights

  • पाकिस्तानी सांसद मौलाना चित्राली का विवादास्पद बयान
  • संसद में कहा फिलिस्तीन और कश्मीर के लिए परमाणु बम
  • इमरान खान की सरकार को दी हिम्मत दिखाने की समझाइश

इस्लामाबाद:

फिलिस्‍तीन और गाजा पट्टी पर इजरायली हमले के बीच पाकिस्‍तान अपने आका तुर्की के साथ मिलकर षड्यंत्र रचने में जुट गया है. पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री फिलिस्‍तीन का बहाना लेकर तुर्की पहुंच गए हैं और उन्‍होंने मुस्लिम देशों का खलीफा बनने का सपना देख रहे राष्‍ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगान से मुलाकात की है. इस बीच पाकिस्‍तानी सांसद मौलाना चित्राली ने इमरान सरकार से कहा कि इजरायल के खिलाफ जिहाद एकमात्र उपाय है. मौलाना चित्राली ने संसद में दिए अपने भाषण में कहा कि फिलिस्‍तीन और कश्‍मीर की आजादी के लिए सरकार परमाणु बम और मिसाइलों का इस्‍तेमाल करने से नहीं हिचके.

परमाणु बम संग्रहालय में रखने के लिए नहीं
चित्राली ने कहा, 'हमने परमाणु बम क्‍या म्‍यूजियम में देखने के लिए बनाए हैं? अगर हम फिलिस्‍तीन और कश्‍मीर का स्‍वतंत्र नहीं करा सकते हैं तो हमें मिसाइल, परमाणु बम या विशाल सेना की कोई जरूरत नहीं है.' फिलिस्‍तीन पर इजरायल के हमले को पाकिस्‍तान और तुर्की दोनों ही एक मौके के रूप में ले रहे हैं. कंगाली से जूझ रहे पाकिस्‍तान ने अब फिलिस्‍तीन कोरोना सहायता भेजने का भी ऐलान किया है. तुर्की और पाकिस्‍तान को उम्‍मीद है कि इसके जरिए वे दुनियाभर के मुस्लिमों की सहानुभूति हासिल कर सकेंगे. साथ ही खुद ही मुस्लिमों का नेता साबित कर सकेंगे.

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हफ्तों से जारी है इजरायल-फिलिस्तीन में संघर्ष
बता दें कि इजरायल और फलस्‍तीनी उग्रवादी गुट हमास के बीच हमलों के दौरान इजरायल तथा उसके कब्जे वाले क्षेत्रों में फिलिस्तीनी लोग मंगलवार को हड़ताल पर चले गये. उन्होंने इजरायल की नीतियों के खिलाफ सामूहिक कार्रवाई के रूप में यह कदम उठाया है. इजरायल ने मंगलवार को गाजा में चरमपंथियों पर कई हवाई हमले किये और छह मंजिला इमारत को गिरा दिया, वहीं चरमपंथियों ने इजराइल में बड़ी संख्या में रॉकेट दागे. दोनों के बीच संघर्ष को एक सप्ताह से अधिक हो गया है और जंग रुकने के कोई संकेत नहीं दिख रहे. यह तब है जब संयुक्त राष्ट्र इजरायल और फिलिस्तीन दोनों से ही शांति बनाए रखने की अपील कर युद्ध विराम के लिए लगातार कह रहा है.