logo-image

भारत, पाकिस्तान सहित 10 देशों की अफगानिस्तान पर बैठक, निकलेगा समाधान?

आज की बैठक में रूस, भारत के अलावा चीन, पाकिस्तान, ईरान और मध्य एशियाई देश तालिबान (Taliban) के साथ बातचीत करेंगे. बैठक के बाद एक संयुक्त बयान भी जारी किया जाएगा.

Updated on: 20 Oct 2021, 09:31 AM

मॉस्को:

अफगानिस्तान (Afganistan) में तालिबान (Taliban) शासन को लेकर दुनियाभर के देशों में चिंता है. भले ही तालिबान अपनी छवि बेहतर रहने के लिए कुछ फैसले ले रहा हो लेकिन कई देशों को अभी भी संशय बना हुआ है. तालिबान के मसले को लेकर आज दस देशों की एक मंच पर बैठक होनी है. बैठक में अफगानिस्तान के भविष्य और समावेशी सरकार को लेकर चर्चा की जाएगी. अफगानिस्तान के हालात पर रूस की तरफ से बुलाई गई बैठक में भाग लेने के लिए भारतीय अधिकारी और तालिबानी प्रतिनिधि मास्को पहुंचे हैं.

रूस ने जानकारी दी है कि अफगानिस्तान के हालात को लेकर मॉस्को फॉर्मेट की बैठक में 10 देश और तालिबान का एक प्रतिनिधिमंडल हिस्सा लेगा. यह बैठक आज यानी 20 अक्टूबर को होगी, जिसमें भारत भी अहम भूमिका निभाएगा. भारत ने इस बैठक में भाग लेने को अपनी हां कर दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 20 अक्टूबर को अफगानिस्तान मसले पर मॉस्को फॉर्मेट पर बैठक का आमंत्रण मिला है और हम इसमें भाग ले रहे हैं. इतना ही नहीं, इस बैठक में पाकिस्तान और चीन भी शामिल हो रहा है. 

यह भी पढ़ेंः नेपाल में लैंडस्लाइड से 21 लोगों की मौत, 24 से अधिक लापता

सितंबर महीने के पहले सप्ताह में तालिबान की अंतरिम सरकार की घोषणा के बाद इस बैठक को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है. तालिबान को अफगानिस्तान की स्थिति संभालने के लिए दुनिया के देशों से न सिर्फ मान्यता चाहिए बल्कि उसे आर्थिक मदद की भी जरूरत है. आज की बैठक में रूस, भारत के अलावा चीन, पाकिस्तान, ईरान और मध्य एशियाई देश तालिबान के साथ बातचीत करेंगे. बैठक के बाद एक संयुक्त बयान भी जारी किया जाएगा. अमेरिका भी इस बैठक में शामिल होने वाला था लेकिन अभी वो हिस्सा नहीं ले पाएगा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो आगे इस फोरम की बैठक में शामिल होगा.

भारत के साथ दूसरी बार बातचीत
भारत की तालिबान के साथ ये दूसरी बातचीत होगी. इससे पहले 31 अगस्त को भारत और तालिबान के बीच बातचीत हुई थी. लेकिन यह मुलाकात तालिबान की अंतरिम सरकार बनने से पहले हुई थी. आज की मुलाकात सरकार बनने के बाद पहली औपचारिक मुलाकात होगी.