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MH370 हादसा... 10 साल बाद भी नहीं सुलझ पाई गुत्थी! पीड़ितों के परिवार कर रहे नई खोज की मांग

बीजिंग अदालत के बाहर दिल झकझोर देने वाली कई तस्वीरें भी देखने को मिली. स्थानिय मीडिया से बात करते हुए, परिवार वालों ने अपने लापता प्रियजनों की कहानियां सुनाई. साथ ही नए सिरे से खोज और निष्पक्ष जांच की मांग भी की.

Updated on: 27 Nov 2023, 10:21 PM

नई दिल्ली:

Malaysia Airlines MH370 disaster को अब करीब 10 साल बीत चुके हैं... बावजूद इसके लोगों के दिलों में इसका खौफ और दर्द आज भी बरकरार है. आज यानि सोमवार को, जब बीजिंग की एक अदालत इस मामले में नई मुआवजे की अपील पर सुनवाई कर रही थी, तो मलेशिया एयरलाइंस MH370 दुर्घटना की चपेट में आए चीनी यात्रियों के परिवार वालों ने इस पुर-असरार हादसे की तफ्तीश नए सिरे से शुरू करने की मांग की. बता दें कि 239 लोगों के साथ के साथ ये दुर्भाग्यपूर्ण उड़ान, जिनमें से अधिकांश चीनी थे, 8 मार्च 2014 को कुआलालंपुर से बीजिंग जाते समय रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी. हालांकि इसे तलाशने की खूब कोशिशें की, हिंद महासागर के 120,000 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में व्यापक खोज की, मगर विमान का कभी पता नहीं चल सका, मगर कुछ मलबे के टुकड़े जरूर मिले थे, जिसके बाद जनवरी 2017 में इस खोज अभियान को रोक दिया गया था.

सीसीटीवी में कैद हुई तस्वीरों के अनुसार, तकरीबन 40 से अधिक परिवारों ने मलेशिया एयरलाइंस, बोइंग, रोल्स रॉयस और एलियांज बीमा समूह सहित कई पार्टियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. बीजिंग अदालत के बाहर दिल झकझोर देने वाली कई तस्वीरें भी देखने को मिली. स्थानिय मीडिया से बात करते हुए, परिवार वालों ने अपने लापता प्रियजनों की कहानियां सुनाई. साथ ही नए सिरे से खोज और निष्पक्ष जांच की मांग भी की. बाओ लैनफैंग, जिन्होंने त्रासदी में अपने परिवार के कई सदस्यों को खो दिया था, उन्होंने मामले मौद्रिक मुआवजा देने के बजाय सच्चाई की खोज पर जोर देने का आग्रह किया. 

जल्द से जल्द कानूनी राहत की उम्मीद...

ऐसे ही एक और अन्य शख्स जिनका नाम जियांग हुई है, उनकी मां भी फ्लाइट MH370 में सवार थीं. उन्होंने बताया कि सुनवाई की शुरुआत बहुत आरामदायक थी, मगर यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है. इन 10 सालों का वक्त लापता यात्रियों के परिवार वालों के लिए काटना बेहद मुश्किल रहा है. लिहाजा हमें उम्मीद है कि जल्द से जल्द कानूनी राहत मिल सकेगी. 

वहीं ऐसी ही एक और अन्य महिला, बाओ लैनफैंग इस वक्त 71 साल की हैं, उन्होंने इस खौफनाक हादसे में अपने बेटे, बहू और पोती को खो चुकी हैं. उनका कहना है कि, व्यक्तिगत रूप से, मुझे मौद्रिक मुआवजे की परवाह नहीं है. मैं बस मलेशिया एयरलाइंस से हादसे की हकीकत जानना चाहती हूं. मैं चाहती हूं कि मामले में जल्द से जल्द नए सिरे से तफ्तीश की शुरुआत हो. 

न सिर्फ इतना, बल्कि लापता यात्रियों के परिवार वालों ने मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम को तक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने अपने स्वयं के संसाधनों का निवेश करने या सक्षम संस्थाओं के साथ सहयोग करने की इच्छा जाहिर की, साथ ही "कोई खोज नहीं, कोई शुल्क नहीं" के आधार पर एक नई खोज का अनुरोध किया है.