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फजलुर रहमान ने इमरान खान को दी धमकी, दो दिन के भीतर नहीं दिया इस्तीफा तो....

'आजादी मार्च' का नेतृत्व करने वाले जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल (JUI-F) के नेता फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री इमरान खान को धमकी दी है. इमरान खान से फजलुर रहमान ने इस्तीफा मांगा है और इसके लिए दो दिन की मोहलत दी है.

Updated on: 01 Nov 2019, 10:15 PM

नई दिल्ली:

'आजादी मार्च' का नेतृत्व करने वाले जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल (JUI-F) के नेता फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री इमरान खान को धमकी दी है. इमरान खान से फजलुर रहमान ने इस्तीफा मांगा है और इसके लिए दो दिन की मोहलत दी है. धरने पर बैठे मौलाना फजलुर ने इस्लामाबाद में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने और 'राष्ट्रीय प्रष्ठिानों' द्वारा इस सरकार का समर्थन बंद करने के लिए वह दो दिन की मोहलत दे रहे हैं.

उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों के साथ टकराव नहीं, बल्कि इनका स्थायित्व चाहते हैं. साथ ही संस्थाओं को निष्पक्ष भी देखना चाहते हैं. आजादी मार्च में पाकिस्तान के विपक्षी दलों के तमाम नेताओं ने भी हिस्सा लिया.

फजलुर रहमान ने आगे कहा कि अगर हम महसूस करेंगे कि इस नाजायज हुकूमत के पीछे प्रतिष्ठान हैं और वे इसकी सुरक्षा कर रहे हैं तो फिर दो दिन की मोहलत है, उसके बाद हमें न रोका जाए कि हम प्रतिष्ठानों के बारे में क्या राय बनाएं. प्रधानमंत्री इमरान खान के पास इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय है.

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अगर इमरान खान इस्तीफा नहीं देते हैं तो विशाल जनसमूह के पास यह ताकत है कि वह प्रधानमंत्री के घर जाकर उन्हें गिरफ्तार कर लें.

वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली मौजूदा 'फर्जी' सरकार से छुटकारा पाने का समय आ गया है.शहबाज ने विपक्षी दलों के आजादी मार्च के तहत इस्लामाबाद पहुंचे लोगों को संबोधित करने के दौरान यह बात कही.

इधर, आजादी मार्च के प्रदर्शनकारी कम से कम दस से पंद्रह दिन तक राजधानी में डटे रहने के मूड में हैं.वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने शुक्रवार को 'जियो न्यूज' से बातचीत के दौरान मौलाना फजलुर रहमान की पार्टी जमीयते उलेमाए इस्लाम-एफ के इस रुख का खुलासा किया.

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मीर ने कहा, 'मैंने आजादी मार्च में शामिल लोगों से बात की है. यह लोग यहां दो या तीन दिन के लिए नहीं आए हैं. वे यहां कम से कम दस से पंद्रह दिन तक टिकने जा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैंने ने (जमीयत उलेमाए इस्लाम-एफ नेता) गफूर हैदरी से बात की और उनसे कहा कि आपने सरकार से (प्रदर्शन स्थल आदि को लेकर) सहमति बनाई हुई है. इस पर गफूर ने कहा कि सरकार ने उनके लोगों को गिरफ्तार कर खुद ही इस समझौते को तोड़ दिया है.