पाक अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति सरदार मोहम्मद मसूद खान ने मंगलवार को एक बयान में चेतावनी देते हुए कहा कि 'ट्रंप-मोदी गठजोड़' क्षेत्रीय शांति के लिए मुश्किलें खड़ा कर सकता है।
इस बयान में कहा गया कि अमेरिका के हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित के बाद यूएस प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात 'पूरी तरह से अन्यायपूर्ण' है।
व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान आश्वस्त करे कि उसकी टेरीटरी अन्य देशों पर आतंकवादी गतविधियों को करने के लिए प्रयोग में नहीं लाई जाएंगी।
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पूर्व पाकिस्तानी डिप्लोमैट सरदार खान ने दावा किया है कि अमेरिका ने हमेशा पाकिस्तान को धोखा दिया और ताजा फैसला इसका एक अन्य उदाहरण है। उन्होंने कहा,' आतंकवाद के विरूद्ध युद्ध में उत्तरार्द्ध एक सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद अमेरिका ने पाकिस्तान की कुर्बानियों को कभी स्वीकार नहीं किया।'
खान ने सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित करने के अमेरिका के फैसले पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि हिजबुल मुजाहिदीन पूरी तरह से भारत अधिकृत कश्मीर की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संगठन का किसी भी आतंकवादी समूह से संबंध नहीं रहा।
खान ने दावा किया कि भारत अधिक़त कश्मीर पर भारतीय सेना आंतकवाद फैला रही है। उन्होंने कहा,' भारतीय सेना के कश्मीरियों पर किए नरसंहार को अनदेखा करते हुए और स्वतंत्रता सेनानियों को आतंकवादियों के रूप में घोषित करना, अमेरिका के अंतररार्ष्ट्रीय मानवीय और लोकतांत्रिक मानदंडों से एक आपराधिक प्रस्थान है।
अमेरिका के हिजबुल मुजाहिदीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने फैसले के विरोध में पाक अधिक़त कश्मीर में सैंकड़ो लोगों ने रैली निकाली।
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HIGHLIGHTS
- सरदार मोहम्मद मसूद खान भारत को ट्रंप के साथ मुलाकात पर दी चेतावनी
- हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित करने के फैसले को कहा-'पूरी तरह से अन्यायपूर्ण'
Source : News Nation Bureau