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भारत में फेसबुक को लेकर चिंतित हैं सीईओ मार्क जुकरबर्ग, जानिए क्या है वजह

अब भारत में टिकटॉक ऐप के बैन होने के बाद से पूरी दुनिया में तेजी से फैली सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को भी इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं भारत उनके सोशल नेटवर्किंग ऐप को भी बंद न कर दे.

Updated on: 22 Jul 2020, 11:30 PM

नई दिल्‍ली:

भारत चीन के बीच एलएसी में गलवान घाटी में हुई हिंसा पर हाल में भारत ने 59 चीनी एप्स पर बैन लगा दिया. इन बैन किए गए एप्स में भारत में तेजी से सोशल मीडिया पर युवाओं के लोकप्रिय एप टिकटॉक को भी भारत सरकार ने बैन कर दिया है. अब भारत में टिकटॉक ऐप के बैन होने के बाद से पूरी दुनिया में तेजी से फैली सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को भी इस बात की चिंता सताने लगी है कि कहीं भारत उनके सोशल नेटवर्किंग ऐप को भी बंद न कर दे. सोशल मीडिया होन्चो ने कथित तौर पर अपने कर्मचारियों से कहा था कि वह भारत में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के भारत सरकार के कदम को "चिंताजनक" मानते हैं. TikTok भारत में प्रतिबंधित किए गए 59 चीनी ऐप्स में से एक था, और ये 200 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर के साथ भारत में दूसरे नंबर पर था.

द वर्ज के लेखक केसी न्यूटन के मुताबिक, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भारत में टिकटॉक बैन को लेकर काफी चिंतित थे. हालांकि इसने जल्द ही इस अवसर को भुना लिया और एक टिकटॉक क्लोन रील्स जारी किया, भारत में ऐप को प्रतिबंधित करने के पीछे सरकार का कारण को मार्क जुकरबर्ग को ठीक तरह से समझ में नहीं आया. जुकरबर्ग ने कहा था कि अगर भारत ठोस कारणों का हवाला दिए बिना भारत में 200 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ एक मंच पर प्रतिबंध लगा सकता है, तो सुरक्षा और गोपनीयता के मोर्चे पर अगर कुछ हो जाता है तो वह फेसबुक पर प्रतिबंध लगा सकता है.

मार्क जुकरबर्ग को इसलिए इस बात को लेकर चिंता हो रही है क्योंकि फेसबुक पहले से ही दुनिया भर की सरकारों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को लेकर बहुत झगड़े में शामिल रहा है. फेसबुक पहले से ही राष्ट्रीय सुरक्षा की व्यापक छतरी के नीचे आने वाले मुद्दों से संबंधित बाए और दाए दोनों तरफ की सरकारों से दुनिया भर में झगड़े का सामना करता है: चुनाव हस्तक्षेप, प्रभाव अभियान, अभद्र भाषा, और यहां तक कि सिर्फ सादे-पुराने लोकतांत्रिक भाषण. आपको बता दें कि जुकरबर्ग को पता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर फेसबुक पर प्रतिबंध लगाने के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर फ़ेसबुक पर प्रतिबंध लगाने तक की संभावना कम है.