श्रीलंका के श्रम और विदेश रोजगार मंत्रालय ने रविवार को बताया कि उसने एक नए कार्यक्रम के तहत 111 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) आयात के परमिट दिए हैं, जो आधिकारिक और कानूनी चैनलों के माध्यम से देश में विदेशी मुद्रा भेजने में श्रीलंकाई प्रवासी श्रमिकों की सुविधा के लिए तैयार किए गए हैं।
श्रम एवं विदेश रोजगार मंत्री मानुषा नानायक्कारा ने टेलीविजन पर कहा कि यह पहल मंत्रालय द्वारा उन प्रवासी श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिए शुरू किए गए कई उपायों का हिस्सा है जो अधिकृत माध्यमों से बैंकों या एजेंसियों के माध्यम से विदेशी मुद्रा श्रीलंका भेजते हैं।
नानायक्कारा ने कहा कि मई 2022 से मंत्रालय इन लाभों के हिस्से के रूप में पात्र प्रवासी श्रमिकों को ईवी आयात परमिट जारी कर रहा है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना प्रवासी श्रमिकों द्वारा भेजी जाने वाली विदेशी मुद्रा की मात्रा के आधार पर इलेक्ट्रिक कारों, मोटरसाइकिलों और स्कूटरों के आयात की अनुमति देती है।
उन्होंने कहा कि परमिट आवेदनों का पहला दौर सितंबर के अंत तक खुला रहेगा और केवल पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन ही इस कार्यक्रम के तहत आयात किए जा सकते हैं।
नानायक्कारा ने 2023 में प्रवासी श्रमिकों के विदेशी मुद्रा स्वदेश भेजने में पर्याप्त वृद्धि पर भी प्रकाश डाला, जो जनवरी-मई के दौरान 2.3 अरब डॉलर यानी मासिक 40 करोड़ डॉलर से अधिक था।
उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है।
श्रीलंका ने 2020 में अधिकांश वाहनों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया।
देश के केंद्रीय बैंक के अनुसार, श्रमिकों का प्रेषण श्रीलंका की विदेशी मुद्रा आय का एक प्रमुख स्तंभ रहा है, जो व्यापार घाटे के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करता है और इस तरह देश के बाहरी क्षेत्र का लचीलापन बढ़ाता है।
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Source : IANS