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लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को तोड़ने वाले को मिली जमानत

लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को तोड़ने वाले को मिली जमानत

Updated on: 21 Aug 2021, 12:40 AM

लाहौर:

यहां की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने शुक्रवार को उस व्यक्ति को गिरफ्तारी के बाद जमानत दे दी, जिसने इस सप्ताह की शुरूआत में लाहौर किले में सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की एक प्रतिमा को तोड़ा था।

शुक्रवार को आरोपी रिजवान को कोर्ट में पेश किया गया। कार्यवाही के दौरान, जांच अधिकारी ने अदालत से पूछा कि क्या उसे न्यायिक रिमांड पर भेजे जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।

इस बीच, आरोपी के वकील ने अदालत को सूचित किया कि पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है और आरोपी के कब्जे से एक हथौड़ा बरामद किया है।

उन्होंने आगे अदालत से गुहार लगाई कि जिन धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, वे जमानती हैं और अदालत से आरोपी को जमानत देने का अनुरोध किया।

इसके बाद मजिस्ट्रेट कोर्ट के जज ने आरोपी को जमानत दे दी।

प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के कार्यकर्ता आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

वायरल हुए एक वीडियो में, रिजवान को नारे लगाते और मूर्ति की बांह को तोड़ते हुए और फिर घोड़े से सिंह की प्रतिमा को पूरी तरह से हटाते हुए देखा जा सकता है।

यह तीसरी बार है जब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा के 2019 में अनावरण के बाद से शासक की 180 वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में तोड़ा गया है।

बर्बरता की पहली घटना तब हुई जब दो लोगों ने उस पर लकड़ी की छड़ों से प्रहार किया, जिससे मूर्ति का एक हाथ टूट गया जबकि अन्य हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गए। तोड़फोड़ करने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने का विरोध कर रहे थे, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था।

दूसरी घटना दिसंबर 2020 में सामने आई थी, जब एक व्यक्ति ने मूर्ति का एक हाथ तोड़ दिया था। कथित तौर पर एक धार्मिक समूह के सक्रिय सदस्य ने बाद में अपना अपराध कबूल कर लिया था।

लाहौर के अधिकारियों ने किले पर दर्जनों गार्ड तैनात करने का दावा किया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.