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मलेशियन प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को लेकर कही बड़ी बात, भारत ने...

उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के कई देश जाकिर नाइक को अपने यहां नहीं रखना चाहते हैं.

Updated on: 17 Sep 2019, 11:29 AM

highlights

  • मलेशिया के पीएम ने कहा, भारत ने कभी नहीं मांगा जाकिर नाईक को. 
  • जाकिर नाइक दुनिया के लिए बन गया है परेशानी का सबब. 
  • यह आदमी (जाकिर नाइक) भारत के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है.

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) ने इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक (Islamic Preacher Zakir Naik) को कभी भी मलेशिया (Malaysia) से वापस भारत भेजने या प्रत्यर्पण की बात नही की है. यह दावा खुद मेलेशियन प्राइम मिनिस्टर महाथिर मोहम्मद (Mahathir Bin Mohamad) ने किया है. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया के कई देश जाकिर नाइक को अपने यहां नहीं रखना चाहते हैं. मैं पीएम मोदी से मिला था लेकिन उन्होंने जाकिर नाइक को वापस भेजने के लिए कुछ नहीं कहा. यह आदमी (जाकिर नाइक) भारत के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है.

मलेशियाई प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने कहा कि जाकिर नाइक इस देश के नागरिक नहीं हैं. उन्हें पिछली सरकार ने यहां रहने के लिए स्थायी दर्जा दिया था. स्थायी निवासी को देश की व्यवस्था या राजनीति पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. उन्होंने इसका उल्लंघन किया है, इसलिए अब उन्हें कुछ बोलने की अनुमति नहीं है.

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हालांकि पूर्व में ऐसी खबर आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस दौरे पर अपने मलेशियाई समकक्ष महाथिर मोहम्मद के साथ जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के मुद्दे को उठाया था. नाइक एक भगोड़ा है और उसने मलेशिया में शरण ली है.

नरेंद्र मोदी रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. यहीं पर उन्होंने कार्यक्रम से इतर मोहम्मद के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक के दौरान यह मामला उठाया था. विदेश सचिव विजय गोखले ने इस बैठक के संबंध में मीडियाकर्मियों को जानकारी दी.

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नाइक के प्रत्यर्पण के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए गोखले ने कहा था कि यह तय किया गया कि दोनों देशों के अधिकारी संपर्क में रहेंगे. गोखले ने हालांकि इस संबंध में विस्तार से नहीं बताया.