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मलाला को फिर तालिबान ने दी गोली मारने की धमकी, कहा- इस बार गलती नहीं होगी

प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार राउफ हसन ने कहा कि सरकार इस धमकी की जांच कर रही है और उसने तुरंत ट्विटर से अकाउंट बंद करने को कहा था.

Updated on: 18 Feb 2021, 10:27 AM

highlights

  • 9 साल पहले तालिबान ने ही मारी थी मलाला को गोली
  • अब फिर ट्वीट के जरिये दी धमकी, ट्विट्र ने एकाउंट हटाया
  • इमरान खान ने दिए एहसान की फरारी के जांच के आदेश

इस्लामाबाद:

नोबल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफजई (Malala Yousafzai) को तालिबान के आतंकवादी ने फिर जान से मारने की धमकी दी है. तालिबान आतंकवादी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा कि इस बार कोई गलती नहीं होगी. 9 साल पहले इसी तालिबानी आतंकवादी (Taliban) ने मलाला पर जानलेवा हमला किया था. हालांकि इस खतरनाक ट्वीट के बाद ट्विटर ने वह अकाउंट ही स्थायी रूप से हटा दिया, जिससे यह ट्वीट किया गया था. प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार राउफ हसन ने कहा कि सरकार इस धमकी की जांच कर रही है और उसने तुरंत ट्विटर से अकाउंट बंद करने को कहा था.

मलाला ने खुद ट्वीट कर दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक मलाला ने खुद ट्वीट करके तालिबानी धमकी के बारे में जानकारी दी है. पाकिस्तान की सेना और प्रधानमंत्री इमरान खान दोनों से पूछा कि उन पर हमला करने वाला एहसानुल्लाह एहसान कैसे सरकारी हिरासत से फरार हो गया? एहसान को 2017 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जनवरी 2020 में एक तथाकथित सुरक्षित पनाह-गाह से फरार हो गया था, जहां उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी द्वारा रखा गया था. 

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एहसान की फरारी पर विवाद
एहसान की गिरफ्तारी और फरारी दोनों की परिस्थितियों को लेकर विवाद बना हुआ है. भागने के बाद से एहसान ने उसी ट्विटर अकाउंट के जरिए पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ संवाद किया था, जिससे उर्दू भाषा में धमकी दी गई थी. उसके कई ट्विटर अकाउंट रहे हैं, जिनमें से सभी को बंद कर दिया गया है. प्रधानमंत्री के सलाहकार राउफ हसन ने कहा कि सरकार इस धमकी की जांच कर रही है और उसने तुरंत ट्विटर से अकाउंट बंद करने को कहा था. पाकिस्तानी तालिबान या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सदस्य एहसान ने युसुफजई से आग्रह किया कि वह घर वापस लौट आएं. दरअसल, अपने ट्वीट में उसने कहा कि उसे युसुफजई और उनके पिता से हिसाब बराबर करना है. इस ट्वीट में आगे कहा गया, इस बार कोई गलती नहीं होगी.

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आर्मी स्कूल पर हमले में भी था शामिल
एहसान के खिलाफ लगाए गए आरोपों में पाकिस्तानी सेना के पब्लिक स्कूल पर 2014 में किया गया एक भयावह हमला भी है. इसमें बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गई थी. कुल मिलाकर 134 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा आतंकी पर स्वात घाटी में मलाला युसुफजई के ऊपर हमला करने का भी आरोप है.