विश्व की सबसे मशहूर किशोरी बनी मलाला यूसुफजई, संयुक्त राष्ट्र ने किया ऐलान

मलाला यूसुफजई के नाम एक और उपलब्‍धि जुड़ गई है. संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की नोबेल पुरस्कार विजेता शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को विश्व भर में इस दशक की सर्वाधिक प्रसिद्ध किशोरी करार दिया है.

author-image
Sunil Mishra
New Update
विश्व की सबसे मशहूर किशोरी बनी मलाला यूसुफजई, संयुक्त राष्ट्र ने किया ऐलान

विश्व की सबसे मशहूर किशोरी बनी मलाला यूसुफजई, UN ने किया ऐलान( Photo Credit : File Photo)

मलाला यूसुफजई के नाम एक और उपलब्‍धि जुड़ गई है. संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की नोबेल पुरस्कार विजेता शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को विश्व भर में इस दशक की सर्वाधिक प्रसिद्ध किशोरी करार दिया है. संयुक्त राष्ट्र की ओर से अपनी एक समीक्षा के पहले भाग में मलाला के संबंध में यह ऐलान किया गया है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटी उम्र से पाकिस्तानी छात्रा मलाला यूसुफजई लड़कियों की शिक्षा के पक्ष में आवाज उठाने और तालिबान के अत्याचार को रेखांकित करने के लिए जानी जाती हैं.

Advertisment

यह भी पढ़ें : CAA-NRC के विरोध का असर, मोदी सरकार अब जनसंख्‍या नियंत्रण बिल लाने की जल्‍दी में नहीं

रिपोर्ट में 2012 में पाकिस्तान के स्वात में स्कूल से लौटने के दौरान मलाला और अन्य लड़कियों पर तालिबान के जानलेवा हमले का जिक्र करते हुए कहा गया है. मलाला की गतिविधियों और साथ ही उनके प्रोफाइल में इस जानलेवा हमले के बाद बढ़ोतरी हुई और उन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया. इनमें 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार और 2017 में संयुक्त राष्ट्र का शांति राजदूत बनना शामिल है.

हाल ही में 22 साल की मलाला को पत्रिका ‘टीन वॉग' ने बीते दशक से जुड़े अपने संस्करण के लिए बतौर कवर पर्सन चुना था. पत्रिका ने कहा है कि उसने शिक्षा कार्यकर्ता के साथ बीते दस साल का जायजा लेने का फैसला किया है. अमेरिकी पत्रिका ने लिखा, बीता दस साल विश्व भर में किशोरों की बेहतरीन, दुनिया बदल देने वाली मांगों का गवाह रहा है. टीन वॉग ने इस पर ध्यान दिया और हमने पाया कि एक इंसान है जिसके साथ बैठकर इस धमाकेदार दशक पर विचार किया जा सकता है और वह है मलाला यूसुफजई.

यह भी पढ़ें : 'पश्‍चिम के प्रभाव में आ चुके हैं शाहिद अफरीदी', उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन का करारा जवाब

तालिबान आतंकियों ने 2012 में शिक्षा के लिए आवाज उठाने पर मलाला पर जानलेवा हमला किया था. फिर भी उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाना जारी रखा और खुद की शिक्षा भी ब्रिटेन में जारी रखी. उन्हें उनके प्रयासों के लिए 2014 में शांति के नोबेल सम्मान से नवाजा गया था.

Source : News Nation Bureau

Famus Teen Ager United Nations pakistan Malala Yusufjai
      
Advertisment