अमेरिका की पहली महिला विदेश मंत्री मेडेलीन अलब्राइट Madeleine Albright का बुधवार को निधन हो गया. उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की है. वह 84 वर्ष की थीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अलब्राइट की कैंसर से मृत्यु हो गई, उनके परिवार ने बुधवार को एक बयान में कहा, वह अपने जीवन के अंतिम क्षण में परिवार और दोस्तों के साथ थीं. प्राग (तत्कालिन चेकोस्लावाकिया) की मूल निवासी मेडेलीन अलब्राइट 1948 में 11 वर्षीय शरणार्थी के रूप में अमेरिका आईं थी. अमेरिकी विदेश सेवा के शीर्ष पर पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की. वहीं उन्होंने बिल क्लिंटन प्रशासन के दौरान 1997 से 2001 तक राज्य सचिव का पद भी संभाला.
विदेश विभाग में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के पूर्व की ओर विस्तार का साथ दिया था. राज्य सचिव बनने से पहले, अलब्राइट 1993 और 1997 के बीच संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत थीं. वर्तमान में वह जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस में प्रोफेसर थीं.
उनके परिवार ने ट्विटर पर जानकारी दी कि अंतिम समय में उनके आसपास परिवार के सदस्य और दोस्त थे. उनके निधन की वजह कैंसर बताई गई है. मेडलीन जाना कोरबेल अलब्राइट इनका पूरा नाम था और उनका जन्म 15 मई, 1937 को हुआ था. एक अमेरिकी राजनयिक के रूप में 1997 से 2001 तक 64वें संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश सचिव के रूप में कार्य किया. अलब्राइट अपने परिवार के साथ 1948 में चेकोस्लोवाकिया से संयुक्त राज्य अमेरिका में आकर बस गईं. उनके पिता राजनयिक जोसेफ कोरबेल ने परिवार को डेनवर, कोलोराडो में बसाया और वह 1957 में अमेरिकी नागरिक बन गईं.
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अलब्राइट की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, दुनिया ने आज एक प्रतिभाशाली और प्रिय नेता खो दिया. मेडेलीन अलब्राइट ने अपना अधिकांश जीवन सार्वजनिक सेवा के लिए दिया- हमेशा बुद्धिमत्ता, शक्ति और दृढ़ विश्वास के साथ. सेक्रेटरी अलब्राइट एक मार्गदर्शक और मित्र थीं. मुझे उनकी कमी खलेगी.
HIGHLIGHTS
- क्लिंटन प्रशासन के दौरान 1997 से 2001 तक राज्य सचिव का पद भी संभाला
- अलब्राइट 1993 और 1997 के बीच संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत थीं