लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन ने कहा कि उनका देश समुद्री सीमाओं के सीमांकन के लिए इजरायल के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत फिर से शुरू करने का इच्छुक है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, औन ने बुधवार को सभी पहलुओं में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 1701 को लागू करने और अपने जल और प्राकृतिक संसाधनों के अधिकारों को बनाए रखने के लिए लेबनान की प्रतिबद्धता को नवीनीकृत किया।
बयान में औन के हवाले से कहा गया, यही कारण है कि हमने एक अमेरिकी कंपनी के साथ तेल और गैस की खोज शुरू करने के लिए इजरायल के हाल ही में अनुबंध पर हस्ताक्षर करने पर सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र के प्रति अपनी आपत्ति व्यक्त की, क्योंकि यह कदम अप्रत्यक्ष वार्ता के मार्ग का खंडन करता है जिसमें सभी अन्वेषण-संबंधित कार्यो को फ्रीज करने की आवश्यकता होती है। विवादित क्षेत्र, दोनों देशों के बीच एक समाधान की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
निकट भविष्य में नई कैबिनेट की प्राथमिकताओं पर चर्चा करने के लिए लेबनान के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक जोआना व्रोनेका के साथ उनकी बैठक के दौरान राष्ट्रपति की टिप्पणी आई।
व्रोनेका ने औन को बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 9 नवंबर को बुलाएगी जो लेबनान को अपनी चिंताओं को उठाने का मौका देगी।
लेबनान और इजरायल के बीच समुद्र और जमीन दोनों पर सीमा विवाद हैं।
अमेरिका की मध्यस्थता से पड़ोसी देशों ने अक्टूबर 2020 में समुद्री सीमाओं का सीमांकन करने के लिए एक दौर की बातचीत की।
लेकिन बाद में इसे सस्पेंड कर दिया गया था।
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Source : IANS